उत्तराखण्ड

उत्तराखंड में एसटीएफ़ मे 1200 करोड़ रुपये का किया पर्दाफ़ाश:

एसटीएफ़ ने हवाला स्कैम गैंग के चार आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया हैं।

इन मामले में एक मुंबई के एक फिल्म प्रोडयूसर की संलिप्तता पाये जाने के कारण उसे नोटिश जारी किया था, और तीन लोगों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया था।

इस गैंग का गिरफ्तार किया गया इक आरोपी मूल रूप से नेपाल का रहने वाला हैं।

एसटीएफ़ ने उसे दिल्ली के रोहिणी से गिरफ्तार किया हैं।

साइबर क्राइम देहरादून पुलिस स्टेशन में सितंबर 2021 में ज्वालापूर हरिद्वार निवासी अमित कुमार ने मुकदमा दर्ज करवाया था।

अमित कुमार ने अपनी शिकायत में कहा था कि अज्ञात व्यक्ति ने व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर सोना, रेडवाईन, मसाले इत्यादि चीजों कि चाइना में ऑनलाइन ट्रेकिंग पर इनवेस्टमेंट करके ज्यादा मुनाफा कमाने का लालच दिया था, एवं 15 लाख रुपये कि ठगी कि थी।

जिस बैंक खाते में रखा गया यह जमा कि गई रकम उन सभी खातों कि केवाईसी और मोबाइल नंबरों कि सिडीआर से पता चला कि यह मनी-लांड्रिग का मामला हैं। इसका साथ ही ठगों का चाइनीज कनेक्शन भी सामने आया हैं।

एसटीएफ़ ने चार आरोपियों को पहले से ही कर रखा गिरफ्तार:

मनी लांड्रिग का मामला सामने आते ही पुलिस ने तुरंत एक्शन लेकर एक आरोपी रोहित कुमार को पंजाब के फ़रीदकोट से दो आरोपियों को भोपाल से एक को राऊरकेला उड़ीसा से गिरफ्तार किया था।

इस मामले कि जांच में आगे बढ़ी तो मुंबई के एक फिल्म प्रोड्यूसर का नाम सामने आया और उसे नोटिस तामील कराया गया था।

इन मामलों में संलिप्त पाई गई थी और दिल्ली स्थित कुछ कंपनियों पर कार्रवाई कि गई, तथा तीन आरोपियों के खिलाफ कोर्ट से वारंट हासिल कर कुल आउट सर्कुलर जारी किया गया और एसटीएफ़ के अनुसार इस प्रक्रिया में कम 12 सौ करोड़ रुपये के हवाला घोटाले का पर्दाफ़ाश हुआ है।

एसटीएफ़ ने पांचवे आरोपी को किया गिरफ्तार:

इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ और अन्य तरह कि जांच में पता चला कि आरोपी जिएलसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ,एम ऑनलाइन ट्रेडीग कि बात बताकर फर्जी बेवसाइट के माध्यम से पैसे कमाने का लालच देते थे।

यह भी पता चला कि इस गैंग का एक आरोपी दिल्ली में रोहिणी इलाके में रह रहा है।

पुलिस ने बैंक अकाउंट, मोबाइल नंबर सहित अन्य साक्ष्य कलेक्ट कर नेपाल मूल के यम बहादुर को विजय विहार, रोहणी नई दिल्ली से गिरफ्तार किया।

उससे घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड और आधार कार्ड बरामद किया गया।

इस मामले में अब तक कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

हवाला स्कैम के आरोपी फर्जी कंपनी बनाकर ऐसे करते थे ठगी:

हवाला स्कैम के आरोपी फर्जी कंपनी बनाकर आम लोगों को आनलाइन ट्रेडिंग का लालच देते थे।

फर्जी बेवसाइट को दिखाकर पैसे कमाने का लालच देकर ऑनलाइन धोखाधड़ी करते थे।

यह गैंग ने देश के अलग-अलग कोनों में दर्जनों फर्जी कम्पनियां बनायी थीं।

फिल्मों की स्क्रीनिंग के नाम पर करोड़ों रुपये क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से देश से बाहर भेजते थे।

Related Articles

Back to top button