गुरु पुष्य नक्षत्र का अद्भुत संयोग 2024 : दिवाली आने में अब कुछ दिन ही शेष बचे हैं और इसकी तैयारी बाजारों में दिखाई देने लगी है. वहीं लोगों ने भी खरीददारी की तैयारी शुरू कर दी है. इसकी शुरुआत तो नवरात्रि से ही हो गई थी, लेकिन सबसे बड़ा और शुभ मुहूर्त आज 24 अक्टूबर को बनने जा रहा है. इस दिन गुरु पुष्य योग रहेगा. आपको बता दें कि, गुरु पुष्य योग में आभूषण, भूमि, घर और वाहनों से लेकर इलेक्ट्रिक सामानों की खरीददारी करना बेहद ही शुभ माना जाता है. हालांकि, इसके अलावा भी कई सारे मुहूर्त दिवाली से पहले आएंगे.
अक्टूबर के इस महीने में दिवाली से पहले 22 अक्टूबर को त्रिपुष्कर योग, 24 अक्टूबर को सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि बनेगा. इसी दिन सबसे बड़ा मुहूर्त यानि कि गुरु पुष्य योग बन रहा है. इसके बाद 29 अक्टूबर को त्रिपुष्कर योग और 30 अक्टूबर को सर्वार्थ सिद्धि योग के अलावा 2 नवंबर को त्रिपुष्कर योग बनेगा.
‘दीपावली के पहले आने वाले पुष्य नक्षत्र को 27 नक्षत्र के समूह में नक्षत्रों का राजा कहा जाता है। भारतीय ज्योतिष शास्त्र की गणना से देखें तो पुष्य नक्षत्र का स्वामी शनि और उप स्वामी बृहस्पति है। शनि को काल पुरुष की ऊर्जा और पुरुषार्थ की प्रेरणा का कारक माना जाता है। बृहस्पति को ज्ञान, त्याग, शिक्षा और आध्यात्मिक का कारक बताया जाता है।’
‘यही कारण है कि भौतिक समृद्धि को प्राप्त करने के लिए सुख – सुविधा की दृष्टि से खरीदारी करने की मान्यता है। इसके अंतर्गत इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, सोने-चांदी के आभूषण, चांदी की मूर्तियां, दोपहिया वाहन, चारपहिया वाहन, वस्त्र, जमीन, प्लॉट, मकान, कारखाने आदि क्षेत्र में लोग निवेश करते हैं और समृद्धि का कारण इस नक्षत्र की शुभता को मानते हैं।’
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पुष्य नक्षत्र के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग होने से इस दिन सभी प्रकार के कार्य को सिद्ध माना जाता है। अपने ग्रह नक्षत्र के आधार पर यदि कोई कार्य योजना बना रखी है, तो इस योजना का शुभारंभ इस दिन कर सकते हैं या कोई नया व्यापार या व्यवसाय या प्रतिष्ठान के प्रमुख स्थापना है तो इस दिन का लाभ लिया जा सकता है