उत्तराखंड : उपचुनाव में मिली जीत से कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ा है।
अब कांग्रेस के सामने आगामी निकाय चुनाव और केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने की चुनौती है। इसके लिए पार्टी तैयारियों में जुट गई है।
राज्य में आगामी निकाय चुनाव और केदारनाथ उपचुनाव को लेकर कांग्रेस की आज दिल्ली में होने वाली बैठक में रणनीति बनेगी।
कांग्रेस में नए सिरे से जान फूंकने की तैयारी है।
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दो विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनाव के परिणाम पक्ष में आने के बाद पार्टी का मनोबल बढ़ा है।
पार्टी के सामने अब प्रदेश में नगर निकाय चुनाव के साथ ही केदारनाथ उपचुनाव की चुनौती है।
उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी शैलजा कुमारी ने बैठक के लिए प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली बुलाया, जिसके बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, पूर्व सीएम, पूर्व अध्यक्ष, विधायक पहुंच गए है।
बदरीनाथ और मंगलौर विस उपचुनाव में मिली जीत से कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ा है।
अब कांग्रेस के सामने आगामी निकाय चुनाव और केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने की चुनौती है।
इसके लिए पार्टी तैयारियों में जुट गई है। कांग्रेस नेतृत्व उत्तराखंड में पार्टी के जनाधार को लेकर चिंतित है। लोकसभा चुनाव में पार्टी को प्रदेश की सभी पांचों सीट पर पराजय मिली थी।
हार के कारणों पर मंथन के लिए पार्टी नेतृत्व की ओर से पीएल पूनिया समिति गठित की गई।
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत समेत पार्टी के समस्त विधायकों, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों, पूर्व विधायकों एवं पूर्व सांसदों से अलग-अलग भेंट कर लोकसभा चुनाव में हार के कारणों पर फीडबैक लिया।