लखनऊ: भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉरलेंस की नीति को लेकर आगे चल रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार की तरफ से बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की गई है। पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने को लेकर माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय पांडेय को निलंबित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के ऑफिशल टि्वटर अकाउंट के जरिए बताया गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पदीय दायित्वों का सम्यक निर्वहन ना करने, शासकीय कार्यों के प्रति लापरवाही एवं उदासीनता बरतने तथा शासन स्तर के निर्देशों का अनुपालन ना किए जाने के लिए प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए तत्कालीन शिक्षा निदेशक माध्यमिक, संप्रति निदेशक, साक्षरता वैकल्पिक शिक्षा, उर्दू एवं प्राच्य भाषाएं, उत्तर प्रदेश को निलंबित करने का आदेश दिया है।
हाल ही में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा विभाग में बड़ा उलटफेर देखने को मिला था माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय को पद से हटाने के निर्देश हुए थे। विभागीय अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने इसको लेकर निर्देश जारी किए थे। उनके द्वारा जारी किए गए पत्र में बताया गया था कि राज्य परियोजना कार्यालय में तैनात अपर परियोजना निदेशक सरिता तिवारी को अग्रिम आदेशों तक शिक्षा निदेशक माध्यमिक उत्तर प्रदेश का कार्यभार अस्थायी रूप से प्रदान किया जाता है। वहीं शिक्षा निदेशक माध्यमिक विनय कुमार पांडेय को निदेशक, साक्षरता, वैकल्पिक शिक्षा, उर्दू एवं प्राच्य भाषाओं के पद पर स्थानांतरित कर दिया गया था।
बता दें, यूपी बोर्ड द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षा के दौरान इंटर का अंग्रेजी प्रश्नपत्र बलिया से लीक हो गया था। इसके बाद यूपी सरकार की ओर से आनन-फानन में परीक्षा को 24 जिलों में रद्द कर दी गई थी। वहीं सीएम योगी ने दोषियों के खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई सहित कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। जानकारी के मुताबिक, उसी घटना के बाद से ही विनय कुमार पांडेय पर तलवार लटक रही थी।