पुलिस ने बताया कि मृतक महिला के चाचा की पहचान रानी के रूप में हुई है और इस साल जुलाई में उसे कथित तौर पर बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया था।
उसके लापता होने के बाद रानी के परिजनों ने चाचा के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया लेकिन पुलिस को अब तक न तो पीड़िता और न ही आरोपी का पता चला।
पुलिस के मुताबिक, सोनीपत, बिहार और राजस्थान समेत कई शहरों और राज्यों में पुलिस की टीमें तलाश कर रही थीं, लेकिन उनका पता नहीं चल पाया।
शनिवार की रात को, उत्तरकाशी पुलिस को मृतक के चाचा के चकराता में छिपे होने की सूचना मिली और उसे वहीं से दबोच लिया।
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पुलिस के मुताबिक आरोपी ने कबूल किया है कि उसने जुलाई में पीड़िता रानी की हत्या की थी और उसके शव को चकराता में खाई में फेंक दिया था।
रविवार को आरोपियों द्वारा उसकी लोकेशन के बारे में बताए जाने के बाद पुलिस ने उसका शव बरामद कर लिया।
इस बीच पुलिस द्वारा नौगांव थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन कर नौगांव चौकी के पास यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर पुलिस द्वारा कंकाल मिलने पर मृतक के परिजन व ग्रामीणों ने भी रोष जताया।
नौगांव के स्थानीय लोगों ने पीड़िता की मौत के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि अगर पुलिस जांच को गंभीरता से लेती तो मृतक रानी को बचाया जा सकता था।
उनके अनुसार, मृतक की एक पांच साल की बेटी है और उन्होंने उसके लिए आर्थिक मदद की मांग की है।
पुलिस ने कहा कि आरोपियों पर अतिरिक्त आरोप लगाए गए हैं और पीड़िता की हत्या में उपयुक्त कारकों का पता लगाने के लिए आवश्यक परीक्षण भी किए जा रहे हैं।