हेल्थ

बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज पतंजलि एवं बादी बवासीर के लक्षण और उपचार

आयुर्वेदिक में हर बीमारी का संभव इलाज सफल है उसमें से बवासीर का इलाज भी आयुर्वेद मैं मौजूद है जिसमे से बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज पतंजलि एवं बादी बवासीर के लक्षण और उपचार आज हम आपको यहाँ बताने जा रहे हैं। हालाँकि किसी भी दवा का उपयोग करने से पूर्व आपको सम्बंधित विशेषज्ञ से जानकारी लेकर ही इस्तेमाल करना चाहिए। तो चलिए जानते हैं बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज पतंजलि एवं बादी बवासीर के लक्षण और उपचार हिंदी में।

बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज पतंजलि

इसके लिए आपको Arshkalp Vati बवासीर, बवासीर और फिस्टुला के लिए एक पतंजलि दवा है. यह हर्बल अर्क के संयोजन से बना है और यह बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज है जिसमें सूजन को ठीक करने और दर्द एवं बादी बवासीर के साथ असुविधा को शांत करने की क्षमता होती है। Arshkalp Vati में रेचक गुण भी हैं जो की पतंजलि का प्रोडक्ट है यह क्रमिक वृत्तों में सिकुड़नेवाला आंदोलनों को प्रेरित करते हैं जिससे आंतों को दर्द मुक्त किया जा सकता है. इस दवा का सेवन आपको दिन में तीन बार करना है। सुबह, दोपहर और बिस्तर में जाने से पहले। अगर आपको भूख सहन नहीं हो रही है तो, आप दही खा सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि, दही के अलावा किसी भी चीज का सेवन ना करें। इस दवा को 48 घंटों तक प्रयोग में लाएं आपको जल्द ही इस रोग से छुटकारा पा लेने की सूचना मिलेगी।

बादी बवासीर के लक्षण और उपचार

यह मन जाता है की बवासीर को जल्द से जल्दी ठीक करने का यह बेहतरीन उपाय 2 लीटर छाछ में 50 ग्राम जारी पीसकर मिला लें और जब भी प्यास लगे तब पानी की जगह यह इसे पिएं, 3 से 4 दिन के अंदर ही लाभ दिखने लगेगा। छाछ की जगह पानी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। यह आप तब करना जब आपको निचे दिए लक्षणों में नजर आते हैं तो आपको यह उपाय करना चाहिए।

बादी बवासीर के लक्षण

  • गुदा के आस-पास कठोर गांठ जैसी महसूस होती है।
  • शौच के बाद भी पेट साफ ना हेने का आभास होना।
  • शौच के वक्त जलन के साथ लाल चमकदार खून का आना।
  • शौच के वक्त अत्यधिक पीड़ा होना।
  • गुदा के आस-पास खुजली, एवं लालीपन, व सूजन रहना।
  • शौच के वक्त म्यूकस का आना।
  • बार-बार मल त्यागने की इच्छा होना, लेकिन त्यागते समय मल न निकलना।

बादी बवासीर के उपचार

उपाय 1-सुबह-सुबह उठकर करें ये काम : नियमित रूप से एक हरा करैला और पीपल की दो मुलायम पत्ती को एक गिलास पानी मे पिसकर छान लें और सुबह खाली पेट पीएं। ये ड्रिंक आपको दोनों प्रकार की बवासीर से आराम दिलाने में मदद करेगा।

  • उपाय 2- सुबह-शाम करें ये उपाय

आपको नियमित रूप से सूखे आंवले के चूर्ण की 6-6 ग्राम मात्रा सुबह -शाम गाय के दूध में मिलाकर लेनी है। इस ड्रिंक को पीने से खूनी बवासीर में बहुत ज्यादा लाभ मिलता है।

  • उपाय 3-बादी बवासीर के लिए उपाय

आपको डेढ़ ग्राम रसौत को तीन ग्राम अनार की छाल दोनों को कूटकर चूर्ण बना लेना है और उसे छः ग्राम गुड़ मे मिलाना है। आपको इस मिश्रण को बेर की गुठली के बराबर गोली बना लेना है। एक गोली सुबह -शाम पानी से खाने से बादी बवासीर ठीक हो जाती है।

  • उपाय 4-बवासीर के मस्से को खत्म करता है ये नुस्खा

आपको नारियल की बूंच यानी जटा को जलाकर राख बना लेना है और एक चममच राख को छाछ में मिलाकर सुबह-शाम खाली पेट पीना है। इस ड्रिंक को पीने से बवासीर के मस्से खत्म हो जाते हैं।

  • उपाय 5- खूनी बवासीर में रामबाण ये नुस्खा

नागकेसर,नीम की निबौरी, बीज निकले हुए रसवत मुनक्के इन सभी चीजों को 12 ग्राम की मात्रा में लें। इसके अलावा आपको भीमसेनी कपूर 6 ग्राम लेना है । अब मुनक्को को छोड़कर सभी को बारीक पीसकर छानकर चूर्ण बना लें। फिर मुनक्के डालकर अच्छे से घोटें और छोटी बेर के बराबर गोली बनाकर रख ले। एक गोली सुबह-शाम पानी से गटक लें। यह नुस्खा खूनी बवासीर के लिए रामबाण है।

यह भी पढ़ें :- 

  1. सूखी खांसी का बढ़ियां घरेलू उपचार
  2. मिर्गी के प्राथमिक उपचार करने के लिए यहाँ है 10 तरीके, मिलेगा तुरंत लाभ
  3. युरिक एसिडको घरेलु उपचार के साथ करें दूर यहाँ है 10 उपाय
  4. स्लीप एपनिया : लक्षण, उपचार और कारण

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button