उत्तराखण्ड

राज्य में कोरोना वायरस के एक्सबीबी-1.5 संस्करण का एक नया मामला आया सामने: उत्तराखंड

मामला उत्तराखंड में पाया गया है। जिससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है।

खतरे की बात यह है कि कोविड-19 का यह वैरिएंट उन लोगों को भी संक्रमित करने की क्षमता रखता है, जिन्हें टीका लगाया गया है।

ये अब तक का सबसे तेज फैलने वाला वैरिएंट बताया जा रहा है। इसकी रफ्तार पहले के वैरिएंट से 104 गुना ज्यादा तेज है।

उत्तराखंड में भी कोरोना का नया संस्करण मिलने की जानकारी सामने आ रही है। राज्य में कोरोना वायरस के एक्सबीबी-1.5 संस्करण का एक नया मामला पाया गया है।

जिससे देश में विषाणु के इस स्वरूप से संबंधित मामलों की कुल संख्या आठ हो गई है।

भारतीय सार्स कोव-2 जिनोमिकी संगठन (इंसाकोग) ने कहा कि पिछले 24 घंटे में संबंधित संस्करण का नया मामला उत्तराखंड में मिला, जबकि इससे पहले एक्सबीबी 1.5 संस्करण से जुड़े तीन मामले गुजरात में और एक-एक मामला कनार्टक, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ तथा राजस्थान में मिला था।

वैरिएंट इतना खतरनाक है कि ये हमारे शरीर में वैक्सीनेशन और नेचुरल तरीके से बनी एंटी बॉडीज को बेअसर करके संक्रमण फैलाता है।

इतना ही नहीं ये संक्रमण हमारे शरीर में अब तक के सभी वैरिएंट से 104 गुना ज्यादा तेजी से फैलता है।

अभी तक हमारे पास कोई ऐसी वैक्सीन या इम्यूनिटी नहीं है जो इस वायरस के संक्रमण से बचा सकता है।

कोरोना के XBB 1.5 वेरिएंट की वजह से अमेरिका में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है।

एक्सबीबी.1.5 स्वरूप, ओमीक्रोन एक्सबीबी स्वरूप से संबंधित है, जो ओमीक्रोन बीए.2.10.1 और बीए.2.75 उपस्वरूपों का पुनःसंयोजन है।

संयुक्त रूप से एक्सबीबी और एक्सबीबी.1.5 अमेरिका में संक्रमण के 44 प्रतिशत मामलों के लिए जिम्मेदार हैं।

 

 

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