दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के PA विभव कुमार को उनके खिलाफ दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर बर्खास्त किया गया है।
शराब नीति मामले में ED ने उनसे कई बार पूछताछ की है।
विजिलेंस विभाग ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव को उनके पद से हटा दिया है।
केजरीवाल के PA विभव कुमार को 8 अप्रैल को ED ने पूछताछ के लिए बुलाया था. दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में इससे पहले भी ED ने उनसे पूछताछ की थी।
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इसके बाद विजिलेंस विभाग ने उन पर बड़ी कार्रवाई की है।
सूत्रों के मुताबिक, विजिलेंस विभाग ने विभव कुमार की नियुक्ति को सही नहीं माना है।
विभाग ने ये कार्रवाई नियुक्ति की प्रक्रियाओं की जांच के बाद की है. विजिलेंस विभाग के स्पेशल सेक्रेटरी वाईवीवीजे राजशेखर ने विभव कुमार की नियुक्ति को तत्काल प्रभाव से समाप्त करने का आदेश दिया है।
नियुक्ति से पहले विभव कुमार पर एक आपराधिक मामला चल रहा था. इसके लंबित परिणाम के आधार पर विभव कुमार की सशर्त नियुक्ति हुई थी।
इस पर डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी. विभाग ने बर्खास्तगी का कारण उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को बताया है।
दरअसल साल 2007 में नोएडा प्राधिकरण में तैनात महेश पाल नाम के एक शख्स ने केजरीवाल के PA के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
विभव कुमार पर तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर एक लोक सेवक को उसके काम में बाधा डालने, शिकायतकर्ता को गाली और धमकी देने का आरोप लगा।
CM केजरीवाल कथित शराब घोटाला मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं. 28 मार्च को राउज एवेन्यू कोर्ट में हुई सुनवाई के बाद अरविंद केजरीवाल की रिमांड को चार दिनों यानी 1 अप्रैल तक के लिए और बढ़ा दिया गया था।
1 अप्रैल को कोर्ट में ED ने CM को न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की थी।
इसके बाद उनको 15 अप्रैल तक तिहाड़ जेल में भेज दिया गया. इसके बाद केजरीवाल ने दिल्ली हाई कोर्ट में अपनी गिरफ्तारी और ED की रिमांड को चुनौती दी थी. लेकिन अदालत ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया था।