उत्तराखंड : विधानसभा में समान नागरिक संहिता उत्तराखंड 2024 विधेयक पर बहस जारी है।
सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून में राज्य विधानसभा में जवाब दे रहे है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में राज्य विधानसभा में समान नागरिक संहिता उत्तराखंड 2024 विधेयक को कल पेश किया गया था।
देहरादून में सीएम धामी द्वारा राज्य विधानसभा में समान नागरिक संहिता उत्तराखंड 2024 विधेयक पेश करने के बाद राज्य विधानसभा के अंदर विधायकों द्वारा वंदे मातरम और जय श्री राम के नारे लगाए गए थे।
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UCC पर विधानसभा में चर्चा जारी है ,यदि यह बिल पास हो जाता है तो उत्तराखंड आजादी के बाद UCC लागू करने वाला पहला राज्य बन जायेगा।
दरअसल, इस ड्राफ्ट के कवर पेज पर जो तस्वीर दिख रही है, उसमें न्याय की देवी की आंखों पर पट्टी नहीं बंधी है। ऐसे में यह तस्वीर खूब चर्चा में है।
इस तस्वीर के चर्चा के बीच होने को लेकर कहा जा सकता है कि कमेटी के लोगों का यह मानना होगा कि सभी को समान अधिकार सुनिश्चित हो और यह इस ड्राफ्ट के माध्यम से संभव है।
न्याय की देवी की खुली आंखें शायद इस बात को प्रदर्शित कर रही हैं कि वह समाज को समान तरीके से देख सके, जिसमें किसी तरह की ऊंच-नीच, जात-पात से अलग केवल समानता मूलक समाज ही नजर आए।
हालांकि, इसी को इंगित करते इस ड्राफ्ट की कॉपी के ऊपर मोटे अक्षरों में लिखा हुआ है ‘समानता द्वारा समरसता’।
मतलब ड्राफ्ट की तस्वीरें भी कुछ इसी तरफ इशारा कर रही हैं और यही इसका उद्देश्य भी हो सकता है, जिसे तस्वीर के जरिए दिखाने की कोशिश की गई है।
इस ड्राफ्ट को समान नागरिक संहिता उत्तराखंड 2024 नाम दिया गया है।
इस पूरे ड्राफ्ट को तैयार करने के लिए कमेटी की तरफ से ढेर सारे सुझाव मांगे गए थे, जिसको लेकर बताया गया कि कमेटी को सबसे ज्यादा सुझाव जनसंख्या नियंत्रण को लेकर आए।