इससे एम्स में भर्ती के लिए आने वाले ऐसे मरीजों को एडमिशन देने की बजाए घर पर ही इस सुविधा का लाभ मिल सकेगा।
इतना ही नहीं दोनों संस्थाओं के बीच हुए इस एमओयू से अन्य गंभीर स्थिति के मरीजों को एम्स अस्पताल में भर्ती के लिए काफी हद तक बेड उपलब्ध हो सकेंगे।
गौरतलब है कि एम्स ऋषिकेश उत्तराखंड राज्य व समीपवर्ती राज्यों का सबसे बड़ा हायर सेंटर है।
जहां गंभीरतम बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
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ऐसे में कई दफा महज ऑक्सीजन की कमी से ग्रसित मरीजों को भी एम्स में भर्ती किए जाने से अन्य गंभीर मरीजों को दाखिला नहीं मिल पाता है।
महज ऑक्सीजन की दरकार रखने वाले मरीजों को अन्य तरह के उपचार की आवश्यकता नहीं होने पर ऑक्सीजन सिलेंडर की सुविधा उनके घर पर ही सुलभ कराने के लिए यह अनुबंध किया गया है।
समिति को एम्स की ओर से इस तरह के मरीजों के लिए 100 ऑक्सीजन सिलेंडर सिस्टम उपलब्ध कराए गए हैं।
इससे एम्स में खाली होने वाले बैड इलाज के लिए अस्पताल में एडमिशन लेने में सहूलियत होगी।
एग्रीमेंट पर एम्स अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल ने हस्ताक्षर किए हैं।
ऑक्सीजन संबंधी जरूरतमंद मरीज इस सुविधा को घर बैठे निशुल्क प्राप्त करने के लिए देवभूमि समिति, 69 वाणी विहार, अधोईवाला, देहरादून से दूरभाष नंबर 091491 33650 / 08954287276 पर संपर्क कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि एम्स अस्पताल में फिलवक्त 960 बेड की सुविधा है।
यहां उपचार के लिए उत्तराखंड के अलावा समीपवर्ती राज्यों उत्तरप्रदेश, हिमाचल, दिल्ली, हरियाणा आदि के गंभीर रोगी इलाज के पहुंचते हैं।
इसके लिए आपातकालीन 108 सेवा के जरिए एम्स अस्पताल में लावारिस पेशेंट्स को भी उपचार के लिए भर्ती कराया जाता है।
ऐसे मरीजों का पूर्ण इलाज के उपरांत संस्थान का पीआर सैक्शन लावारिस पेशेंट्स के घर का पता ट्रेस कर उन्हें अपने घर भेजने की व्यवस्था करता है।