क्रिकेट के मैदान पर धोनी के गुस्से के कम ही किस्से हैं, लेकिन टीम इंडिया के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने एक ऐसा किस्सा अपनी किताब ‘कोचिंग बियॉन्ड’ में सुनाया है, जब टीम इंडिया की जीत के बावजूद कप्तान धोनी भड़क गए थे और पूरी टीम को अल्टीमेटम दे डाला था। टीम इंडिया की फील्डिंग सुधारने में धोनी का बड़ा हाथ माना जाता है,
2011 में जब टीम इंडिया वर्ल्ड चैंपियन बनी थी, तब पूरे टूर्नामेंट में भारतीय टीम की फील्डिंग काफी अच्छी रही थी। श्रीधर ने जो किस्सा सुनाया है, वह 2014 का है, जब धोनी वनडे और टी20 फॉर्मेट में कप्तान थे।
श्रीधर ने किताब में लिखा, ‘टीम इंडिया के साथ मेरे शुरुआती दिनों की बात है, अक्टूबर 2014 में हम वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेल रहे थे।
उस मैच को हम आराम से जीत गए थे, लेकिन टीम की फील्डिंग उस मैच में काफी खराब थी।
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धोनी इस बात को लेकर बहुत ज्यादा गुस्से में थे।’ भारत उस सीरीज में 0-1 से पिछड़ रहा था, और दूसरा मैच दिल्ली में खेला गया था, जिसे भारत ने 48 रन से जीतकर सीरीज में बराबरी हासिल की थी।
भारत ने चार मैचों की वनडे इंटरनेशनल सीरीज 2-1 से जीती थी। सीरीज का एक मैच कैंसल हो गया था। धोनी मैच के बाद काफी निराश और गुस्से में नजर आ रहे थे।
उन्होंने कहा था, ‘मुझे लगता है कुछ चीजें मिसिंग हैं, हमें अपनी कमर कसनी होगी, हम अपनी क्षमता के हिसाब से नहीं खेले। यह मैच हमारे लिए आंख खोलने वाला था।
हम जीत गए, लेकिन यह मैच हमारे हाथ से भी निकल सकता था।’ श्रीधर ने अपनी किताब में लिखा, ‘धोनी ने ड्रेसिंग रूम में सबकी क्लास लगाई थी और सबको अल्टीमेटम दे दिया था।
धोनी ने साफ कह दिया था कि अगर कोई खिलाड़ी फिटनेस और फील्डिंग के खास स्टैंडर्ड पर फेल होता है, तो वर्ल्ड कप में नहीं खेल पाएगा।’