हत्या के मामले में मृतक की प्रेमिका और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रेमिका का मोबाइल जैसे ही खुला तो पूरे राज का पर्दाफाश हो गया।
काठगोदाम पुलिस के अनुसार 32 साल के बनै मौर्य उर्फ विनय मूलरूप से बरेली जिले के अलीगंज का रहने वाला था। वह कई वर्षों से पत्नी अनीता व परिवार के साथ हल्द्वानी के शीशमहल में किराये के मकान पर रहने लगा था।
हाईडिल गेट के पास उसकी सब्जी की दुकान थी।
विगत 14-15 अप्रैल को वह अचानक लापता हो गया। भाई के लापता होने की गुमशुदगी रूप चंद्र मौर्य ने काठगोदाम थाने में दर्ज करवाई। काफी खोजबीन के बाद उसका कुछ पता नहीं चला।
- Advertisement -
पुलिस जांच में उसकी प्रेमिका धन देवी पत्नी हरीश पाल के बारे में जानकारी मिली। महिला मूलरूप से यूपी के शाहजहांपुर के बचनी थानाक्षेत्र की रहनी वाली है।
लेकिन घटना के दौरान पति संग गुरुग्राम के भोंडसी स्थित शिव विहार कालोनी में रहती थी। जांच में पता चला कि शीशमहल से बनै उर्फ विनय प्रेमिका के गुरुग्राम वाले किराये के कमरे में पहुंचा।
रात में काम से घर लौटे पति हरीश ने दोनों को एक साथ देखा तो वह आग बबूला हो गया। जिसके बाद उसने बनै की गला घोंटकर हत्या कर दी।
बनै की हत्या के बाद उसके शव को हरीश व धन देवी ने कमरे से करीब 100 मीटर दूर खाली प्लाट में गाड़ दिया। इधर लापता बनै की तलाश में हल्द्वानी पुलिस गुजरात के गांधीनगर तक पहुंची।
जहां से आरोपी पति-पत्नी को पकड़ गुरुग्राम लायी। इसके बाद हत्यारोपियों ने जो राज उगला उससे पुलिस के होश उड़ गये। तब जाकर घटना से पर्दाफाश हुआ।
हत्याकांड के बाद धन देवी ने अपना नंबर बंद कर दिया था और वह गुजरात चले गये। जैसे ही गुजरात में मोबाइल खुला तो पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।
यहां से पुलिस उन्हें गुरूग्राम लेकर आयी जहां आरोपियों ने पुलिस को भी चकमा देकर उन्हें घूमा दिया। यहां दोनों बनै का घर दिखाने पुलिस को किसी और के घर में ले गये, लेकिन मकान मालिक ने पहचानने से इनकार कर दिया।
जिसके बाद वह पुलिस को भोंडसी क्षेत्र लेकर पहुंचे। यहां एक स्थानीय निवासी ने पुलिस को बताया कि परिवार के साथ हरीश उनके वहां किराये पर रहता था।
लेकिन अप्रैल में अचानक कमरा खाली कर भाग गया था। पुलिस ने इसके बाद सख्ती दिखाई तो दोनों टूट गये और बनै के हत्या की बात बताई, फिर खाली प्लाॅट में ले गये जहां उसकी लाश गाडी थी, पुलिस ने लाश बरामद की।