उदयपुर। उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे आमान परिवर्तन का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। खारवा से जावर तक तीन टनल बनाई गई हैं एवं ओड़ा गांव में 125 फीट ऊंचा 80 मीटर लम्बा पुल बन चुका है। पहाडिय़ों, नदी, नालों व जंगल से गुजरने वाली रेल यात्रियों का सफर यादगार बनाएगी। उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा ने मंगलवार को उपमुख्य अभियंता निर्माण मयंक गुप्ता के साथ वगुरवा स्थित टनल से लेकर जावर रेलवे स्टेशन तक का दौरा किया। खारवा से जावर तक तीन टनल हैं। पहली टनल टी-2 की लम्बाई 122 मीटर व दूसरी टी-3 की लम्बाई 160 मीटर है। इसके अलावा सबसे लम्बी टनल टी-1 की लम्बाई 821 मीटर हैं। खारवा से जावर तक दो टनल का कार्य पूर्ण हो चुका है। एक टनल का कार्य इस माह के अन्त तक पूर्ण होने की संभावना हैं। मयंक गुप्ता ने बताया कि फरवरी के अन्त तक रेलवे ट्रेक पर पटरियां बिछने का कार्य पूर्ण हो जाएगा एवं अप्रेल के पहले सप्ताह में रेल चलना आरंभ होगी। सासंद ने बताया की उदयपुर से दक्षिण भारत का सफर सुलभ होने का सपना जल्द ही पूरा होने वाला हैं कार्य में बजट की कहीं कमी नहीं आने दी जाएगी। ओड़ा सरपंच दिनेश मीणा के अगुवाई में ग्रामीणों के आवागमन की सुलभ सुविधा के लिए अण्डर पास ब्रिज बनाने की मांग रखी व ज्ञापन दिया। ग्राम पंचायत सिंघटवाड़ा सरपंच गौतमलाल मीणा व फतेहसिंह सिसोदिया, अशोक पटवा, प्रभुलाल सोनी,लालूराम, भेरूलाल, हंगेरचंद, आदि ने जोगीदरा गांव के तीन सौ मकानेां की आबादी के आवागमन के लिए रेलवे से ओवब्रिज ब्रीज की मांग का ज्ञापन दिया व बताया कि लम्बे समय से प्रयास में हैं कि ब्रीज बनें। इस पर सांसद ने बताया कि रेलवे मंत्री से बात हुई, 3 करोड़ से ज्यादा बजट लगेगा जो रलवे कार्य में सम्मिलित नहीं होने से ये कार्य अधर में है। अण्डर पास ब्रिज के बजट के लिए पास ही खनन कर रही हिन्दुस्तान जिंक कम्पनी के सी.एस.आर. मद से खर्च कराने का प्रयास किया जाएगा। जिसके लिए जिला कलक्टर से मंथन किया जाएगा। सुरखण्ड खेड़ा में फ्लेग स्टेशन को बी श्रेणी का स्टेशन बनाने की मांग को लेकर ईटाली खेड़ा के जिला परिषद सदस्य कुरीलाल के साथ ग्रामीणों ने सांसद एवं रेल अधिकारियों को ज्ञापन दिया।