
इस हादसे में छह घायलों को संस्थान में भर्ती कराया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश के बाद पांच और घायलों को गोपेश्वर अस्पताल से हवाई मार्ग से एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया।
संस्थान के ट्रॉमा सर्जन डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि सभी घायलों का एम्स ऋषिकेश के ट्रॉमा वार्ड में इलाज चल रहा है।
उन्होंने बताया कि संदीप कुमार और सुशील की हालत गंभीर बनी हुई है।
गंभीर रूप से जल जाने के कारण डॉक्टरों को संदीप कुमार का दाहिना हाथ और दाहिना पैर काटना पड़ा।
उनकी किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित हुई है और वह वेंटिलेटर पर हैं।
डॉ. कुमार ने कहा कि सुशील के सिर में चोट लगी है, जिसके कारण वह बेहोश हो रहे हैं।
हालांकि गुरुवार को उनकी हालत में सुधार हुआ है।
गंभीर रूप से बीमार ये दोनों मरीज संस्थान की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती हैं।
अन्य घायलों की हालत स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं।
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल और यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट ने एम्स ऋषिकेश पहुंचकर घायलों का हाल जाना।