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"बेंगलुरू में नोकिया की 6जी रिसर्च लैब का उद्घाटन, भारत में 5जी कनेक्टिविटी नेटवर्क"

"Nokia Chairman claims - 5G network is the largest in India"

बेंगलुरू में नोकिया की 6जी रिसर्च लैब के उद्घाटन के दौरान नोकिया के अध्यक्ष और सीईओ पेक्का लुंडमार्क में भारत में 5जी कनेक्टिविटी नेटवर्क के डेप्लॉयमेंट के बारे में बात की।
उनके अनुसार, भारत वर्तमान में सबसे बड़े 5जी उपयोगकर्ता में से एक है और ये सबसे बड़े 5जी स्थापित बेस वाले टॉप 3 देशों में आता है।
बता दें कि, ये उपलब्धि भारत में 5जी तकनीक के विकास और उसे लागू करने की अहम प्रगति को दिखाती है।
वहीं लुंडमार्क के मुताबिक, ये दूरसंचार के बुनियादी ढांचे को आगे बढ़ाने के लिए देश की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
भारत में 5जी रोल आउट वास्तव में उल्लेखनीय है।
उन्होंने कहा कि ये अब तक के सबसे तेज टेलीकॉम नेटवर्क रोल आउट में से एक रहा है और भारत के पास बड़ा 5जी बेस है।
उनके मुताबिक, भारत में 5जी डाउनलोड स्पीड कई अन्य उन्नत बाजारों में पाई जाने वाली स्पीड के आगे है।

नोकिया के अध्यक्ष ने बताया कि भारत वर्तमान में सबसे बड़े 5जी उपयोगकर्ता में से एक है और यह सबसे बड़े 5जी स्थापित बेस वाले टॉप 3 देशों में आता है।

यह विकास भारत में 5जी तकनीक के विकास और लागू करने की महत्वपूर्ण प्रगति को दर्शाता है और देश की दूरसंचार क्षेत्र की प्रतिबद्धता को प्रमोट करता है।

भारत में 5जी नेटवर्क का लॉन्च वाकई महत्वपूर्ण है। नोकिया के सीईओ ने कहा कि यह अब तक के सबसे तेज टेलीकॉम नेटवर्क रोल आउट में से एक है और भारत के पास बड़ा 5जी बेस है।

वहीं भारत में 5जी डाउनलोड स्पीड कई अन्य उन्नत बाजारों में पाई जाने वाली स्पीड के आगे है।

प्रमुख देशों में टेलीकॉम गियर शिपमेंट में गिरावट के बावजूद भारत का 5जी रोल आउट एरिक्सन और नोकिया के कारोबार में गिरावट की भरपाई करने में सक्षम है।

नोकिया ने 2023 की जून तिमाही में भारत में टेलीकॉम उपकरणों की ब्रिकी से 333 प्रतिशत की बढ़त के साथ लगभग 9,500 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की।

JM फाइनेंशियल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय टेलीकॉम जीयो और एयरटेल अपने नेटवर्क को मजबूत करने के लिए चालू वित्त वर्ष में लगभग 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश कर सकती हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में जियो लगभग 42 हजार करोड़ रुपये और एयरटेल लगभग 33 सौ करोड़ रुपये का निवेश कर सकती है।

हालांकि 5जी नेटवर्क रोल आउट लक्ष्य पूरा होने के बाद निवेश कम हो जाएगा। नोकिया 6जी लैब का उद्देश्य 6जी तकनीक पर आधारित टेक्नोलॉजी और उनके कई प्रकार के उपयोग के विकास में तेजी लाना है।

भारत ने 65 जी तकनीक पर पहले ही 200 से ज्यादा पेटेंट हासिल कर लिए हैं।

नोकिया के इस प्रोजेक्ट से भारत में दूरसंचार क्षेत्र में और अधिक विकास होने की उम्मीद है, और यह देश को नई तकनीकी उपयोगों के साथ अग्रणी भूमिका में ले जा सकता है।

इससे नहीं केवल विश्वास होता है कि भारत अपने दूरसंचार सेगमेंट में महत्वपूर्ण कदम बढ़ा रहा है, बल्कि यह भी दिखाता है कि टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भी आगे बढ़ रहा है।

नोकिया के 6जी लैब का उद्देश्य दूरसंचार क्षेत्र में नई और उन्नत तकनीकों का विकास करना है, और इसके माध्यम से भारत को दुनिया के स्थापित दूरसंचार बाजार में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाने में मदद मिलेगी।

इससे देश में और अधिक तकनीकी नौकरियों का सृजन होगा और नई तकनीकी उपाधायों का विकास होगा।

समर्थन मिलने पर, भारत की यह पहल दुनिया भर में दूरसंचार क्षेत्र को नए और उन्नत दिशाओं में ले जा सकती है, और इससे देश की अर्थव्यवस्था में और भी मजबूती आ सकती है।

इससे नहीं केवल देश की अर्थव्यवस्था में वृद्धि होगी, बल्कि भारत को भी नई तकनीकी उपाधायों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान मिलेगा, और यह दुनिया के नई और उन्नत तकनीकी समय के बदलाव में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

नोकिया के 6जी लैब के उद्घाटन से भारत के दूरसंचार सेगमेंट में एक नई उम्मीद की जा सकती है, और यह उम्मीद है कि देश अपने सामर्थ्य को दुनिया भर में साबित करेगा।

नोकिया के इस प्रोजेक्ट से भारत में और अधिक नौकरियों का सृजन होगा और तकनीकी उपाधायों का विकास होगा, जो देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

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