राजधानी दून में डेंगू महामारी का अब तक नियंत्रण नहीं हो पा रहा है, जिससे दो लोगों की मौत हो गई है।
यह न केवल स्थानीय स्तर पर बढ़ रहा हैं बल्कि इसका परिप्रेक्ष्य भी गंभीर हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इन दो मौतों का कारण डेंगू था, और वे जौलीग्रांट और कैलाश अस्पताल में भर्ती थे।
हालांकि सूचना के मुताबिक, डेंगू के संक्रमित मरीजों के बावजूद अब तक 15 मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया है।
इससे डेंगू से हुई मौतों की संख्या 3 हो गई है, और सकारात्मक मरीजों की संख्या 442 हो गई है।
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दून के सभी अस्पतालों में वर्तमान में 38 मरीज़ भर्ती हैं। इसके साथ ही, डेंगू की संदिग्धता को देखते हुए, सैटरडे को अब तक 1589 सैंपल लिए गए हैं।
राजधानी में डेंगू के बढ़ते मामलों के समाधान के लिए, जिला प्रशासन ने विभिन्न कदम उठाए हैं।
जिलाधिकारी सोनिका ने डेंगू की रोकथाम के लिए कार्यवाही के निर्देश दिए हैं, जैसे कि मौसमी बदलाव के साथ फैलने वाले डेंगू के मोशकों को नियंत्रित करने के उपाय।
उन्होंने स्कूलों में समन्वय बनाने के साथ फुल आसपास के कपड़े पहनने की मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए हैं।
जब भी कोई डेंगू संक्रमित होता है, उसकी जानकारी को तुरंत 18001802525 नंबर पर दे सकते हैं।
डेंगू मरीजों के इलाज के लिए आवश्यक प्लेटलेट्स की कमी को देखते हुए, शनिवार को 40 लोगों को ब्लड डोनर्स उपलब्ध कराए गए।
सड़कों पर डेंगू से संबंधित जागरूकता फैलाने के लिए 105 कैम्प भी आयोजित किए गए हैं, जिनमें से 45 कैम्प्स प्लेटलेट्स की कमी को देखने के लिए थे। इसके साथ ही, अब तक कुल 285 शिकायतें प्राप्त हुई हैं।
डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या के साथ ही, अस्पतालों में इंतजाम कम पड़ रहे हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों में डेंगू वार्ड फुल हो गए हैं, जिसके चलते निजी अस्पतालों में डेंगू मरीजों के लिए विशेष व्यवस्थाएँ करनी पड़ रही हैं।
इस समस्या के समाधान के लिए शहर के प्रमुख सरकारी अस्पताल, दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में डेंगू मरीजों के लिए 28 अतिरिक्त बेड उपलब्ध कराए गए हैं।
विशेष रूप से, डॉ. अनुराग अग्रवाल के निर्देशन में ओंकोलाजी वार्ड भी डेंगू मरीजों के लिए आरक्षित किया गया है।
महामारी के विस्तार को रोकने के लिए, नगर निगम ने फॉङ्क्षगग और अन्य नियमों के पालन के लिए विभिन्न व्यवस्थाएँ की हैं।
नगर निगम मेयर सुनील उनियाल गामा ने वार्डों की निगरानी के लिए फॉङ्क्षगग अभियान को नियंत्रित किया, और इसे लागू करने के लिए अपनी टीमों को भेजा है।
डेंगू कंट्रोल के लिए, नगर निगम ने सभी 100 वार्डों में नियमित फॉङ्क्षगग करने और लार्वा को पहचान कर उसको नष्ट करने के प्रयास कर रहा है।
इस अभियान के तहत, अनेक क्षेत्रों में नगर निगम की टीम ने फॉङ्क्षगग की अधिक स्तर पर जांच की है, जैसे कि आनंद चौक, खुड़बुडा़ मोहल्ला, तिलक रोड, अंसारी मार्ग और डांडीपुर मोहल्ला।