पान का जिक्र आते ही लोगों के मन में सबसे पहले बनारसी पान का नाम आता है।
इसका स्वाद दूर-दूर तक मशहूर है। सिर्फ बनारसी पान ही नहीं कहीं का भी हो स्वाद में शानदार ही होता है।
बेहतरीन स्वाद के साथ पान के पत्ते सेहत को भी बेहतर बनाते हैं।
इसे चबाने से पाचन बेहतर होता और अन्य कई समस्याओं से भी राहत मिलती है।
पान के पत्ते कई लोगों को बेहद पसंद होते हैं। जब भी पान की बात आती है, तो बनारसी पान का जिक्र जरूर किया जाता है।
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स्वाद में बेहतरीन होने के साथ ही यह सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है।
पान के पत्ते को बीटल लीफ भी कहा जाता है और ये भारत के हर नुक्कड़ चौराहे पर मौजूद पान की दुकान पर मिल जाता है।
ज्यादातर लोग इसे कत्था, चूना, चेरी आदि के साथ माउथ फ्रेशनर के तौर पर खाते हैं।
अगर आप भी उन लोगों में से एक है, जिन्हें पान खाने का शौक है, तो आइए जानते हैं पान के पत्ते चबाने के कुछ हैरान करने वाले फायदे।
पान के पत्ते में कैल्शियम, विटामिन सी, कैरोटिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, एंटी ऑक्सीडेंट और क्लोरोफिल पाया जाता है, जो सेहत को ढेर सारे फायदे पहुंचाता है।
खाना खाने के बाद सौंफ, इलायची और लौंग के साथ पान का पत्ता चबाने से खाना पचाने में मदद मिलती है। साथ ही यह खाने में मौजूद टॉक्सिन को भी ये दूर करता है और बेहतरीन माउथ फ्रेशनर का काम करता है।
पान के पत्ते को रात भर के लिए पानी में भिगो कर सुबह उस पानी को पीने से कब्ज दूर होता है और बॉवेल मूवमेंट बेहतर बना रहता है।
पानी में लौंग, दालचीनी और पान का पत्ता उबाल कर छान लें। इस पानी को पीने से गले की खराश, सर्दी और ज़ुकाम से राहत मिलती है।
पान के पत्ते में मौजूद यूजीनॉल शरीर से बैड कॉलेस्ट्रॉल को कम करता है।
पान के पत्ते में पाए जाने वाले कंपाउंड मेटाबोलिज्म बूस्ट करते हैं और बॉडी फैट कम करते हैं जिससे वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
पान के पत्ते का पेस्ट बना कर स्कैल्प पर लगाने से डैंड्रफ दूर होता है।
एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर पान के पत्ते शरीर का पीएच लेवल संतुलित रखते हैं, जिससे पेट संबंधी समस्याओं से निजात मिलता है।
पान के पत्ते में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो ओरल कैविटी के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
ये सांसों की दुर्गंध दूर करने के साथ मुंह में बैक्टीरिया के प्रोडक्शन को भी रोकता है, जिससे दांतों में सड़न नहीं होती है।