अब इसी क्रम में वन विभाग ने कार्रवाई शुरु कर दी है।
वन विभाग ने ऐसे में अतिक्रमणों की पूरी फाइल तैयार कर ली है।
इस फाइल में अवैध मजारों को चिह्नित करते हुए कार्रवाई शुरु कर दी है।
इतना ही नहीं वन भूमि पर बने अवैध भवनों को भी ध्वस्त किया जाएगा।
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इस कार्रवाई के बाद से अतिक्रमणकारी बेहद परेशान हैं।
कई मजारें तो ऐसी हैं जिनके आसपास लोगों ने घर भी बना लिए हैं।
उनमें निवास भी कर रहें हैं।
वन विभाग के अधिकारी इस बार ऐसे मकानों को भी ध्वस्त करने की तैयारी कर रहें हैं।
सरकार की तरफ से भी इस बार खुली छूट दी गई है।
वन संरक्षण अधिनियम 1980 के बाद जितने भी ऐसे धार्मिक अतिक्रमण हुए हैं। उन सभी को हटाया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक वन विभाग के देहरादून रेंज में सबसे ज्यादा अतिक्रमण की शिकायतें हैं।
विभाग ने 15 से अधिक अवैध रूप से बनी मजारों को ध्वस्त भी कर दिया है।
इस समाचार में वन मंत्री सुबोध उनियाल के हवाले से कहा गया है, कि न सिर्फ मजारों को बल्कि सभी अवैध रूप से बने
धार्मिक स्थलों को तोड़ा जाएगा।
इस कार्रवाई को धार्मिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए।