गुरुग्राम । गुजरात के नर्मदा जिले के राजपीपला थाने के एक एसएचओ को विजिलेंस ब्यूरो, रोहतक रेंज की एक टीम ने आरोपी के पक्ष में मामले को रफादफा करने के एवज में दो लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गुरुग्राम के सेक्टर-49 स्थित एक गेस्टहाउस में पकड़ा। विजिलेंस ब्यूरो के डीएसपी सुमित कुमार ने आईएएनएस को बताया कि उन्हें गुरुग्राम के डीएलएफ फेज-1 निवासी संदीप पुरी से शिकायत मिली थी।
शिकायतकर्ता ने विजिलेंस टीम को बताया कि फरीदाबाद निवासी उसके भतीजे अमरिंदर पुरी पर दिसंबर 2021 में गुजरात पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
पुलिस ने कहा कि अमरिंदर गुजरात के एक विश्वविद्यालय की फर्जी डिग्री जारी करने में कथित रूप से शामिल था।
कुमार ने कहा, “गिरफ्तार किए गए पुलिसकर्मी जगदीश चौधरी (31) ने शिकायतकर्ता से उसके भतीजे अमरिंदर पुरी को एक अन्य मामले में नहीं फंसाने और अमरिंदर के खिलाफ कोई पूरक आरोपपत्र पेश नहीं करने के बदले में 3 लाख रुपये की मांग की थी।”
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कुमार ने कहा कि शिकायतकर्ता संदीप पुरी ने 12 अप्रैल को राजपीपला (गुजरात) में चौधरी को पहले ही 1 लाख रुपये रिश्वत के रूप में सौंप दिए थे और रविवार को वह बाकी 2 लाख रुपये लेने के लिए गुरुग्राम आया था, लेकिन एक जाल बिछाया गया और चौधरी को रिश्वत की रकम लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया।
आरोपी के खिलाफ सेक्टर-47 स्थित स्टेट विजिलेंस थाने में भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।