आजकल स्वास्थ्य सेवाएं हर व्यक्ति के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है।
यह विशेषकर उनके लिए सतत चुनौतियों का सामना कर रहे व्यक्तियों के लिए सच है, जिनकी स्वास्थ्य समस्याएँ गंभीर हो सकती हैं।
कोटद्वार हॉस्पिटल में हुई एक दुखद घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की महत्वपूर्णता को फिर से उजागर किया है।
इस घटना से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता है ताकि ऐसी दुखद घटनाएँ अब और नहीं हो।
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दु:खद समय की एक और दु:खद खबर सामने आई है। कोटद्वार हॉस्पिटल में डॉक्टर की कमी के चलते एक महिला की मौत हो गई।
यह घटना निगरानीय है जो स्वास्थ्य सेवाओं के महत्वपूर्ण मुद्दे को उजागर करती है। इस दुखद घटना के पीछे की मुख्य कारण है डॉक्टरों की कमी और उपलब्धता की अभावना।
देर रात को, एक महिला की स्वास्थ्य स्थिति गंभीर हो गई जिसके परिणामस्वरूप उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र झंडीचौड़ में ले जाया गया।
हालांकि वहां पर कई डॉक्टर उपलब्ध नहीं थे, जिससे कि मरीज को समय पर उचित इलाज नहीं मिल सका।
आपको बताते चले कि मालन नदी का पुल टूटने के बाद क्षेत्रीय विधायक ऋतु खंडूरी ने भाबर क्षेत्र के लोगो को स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र झंडीचौड़ में चौबीस घंटे इमरजेंसी सेवा देने के लिए डाक्टरो को निर्देशित किया था।
जिसमे कल नाइट सिफ्ट में डॉक्टर मसरूफ अली की ड्यूटी लगी हुई थी लेकिन डॉक्टर की गैरहाजरी के कारण मरीज की मौत हो गई।
अभी दो दिन पहले स्वयं विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने इस अस्पताल का निरीक्षण किया था।
मालन नदी के पुल के टूटने के बाद क्षेत्रीय विधायक ऋतु खंडूरी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र झंडीचौड़ में 24 घंटे की इमर्जेंसी सेवा की निगरानी करने का आदेश दिया था।
यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया था कि कोई भी व्यक्ति जो चाहे, किसी भी समय डॉक्टरों की सहायता प्राप्त कर सके।
परंतु, इस घटना ने प्रकट किया कि कोटद्वार हॉस्पिटल में डॉक्टरों की उपलब्धता और उनकी गैरहाजिरी की समस्या अब भी बरकरार है।
डॉक्टर मसरूफ अली की गैरहाजिरी ने उनके निर्देशों को अनदेखा कर महिला की मौत के पीछे एक मुख्य कारण बन गई।
विधायक ऋतु खंडूरी ने हाल ही में खुद इस अस्पताल का निरीक्षण किया और सुनिश्चित किया था कि स्वास्थ्य सेवाओं में कोई भी लापरवाही नहीं होने दी जाएगी।
उन्होंने यह भी आश्वासन दिया था कि इस मामले का संविदानिक जांच होगा और जिम्मेदारों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।
यह घटना एक बार फिर से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की महत्वपूर्णता को उजागर करती है।
डॉक्टरों की सही उपलब्धता और उचित सेवाओं की प्रदानी जान बचाने में कृतिक होती है।
स्वास्थ्य संगठनों, सरकारी अधिकारियों और सामाजिक जागरूकता को जागरूक करने के लिए हो सकती है ताकि ऐसी दुखद घटनाएँ आने के पश्चात् प्रभावी सुधार किए जा सकें।