बाल कल्याण समिति के सदस्य राजेंद्र गरकोटी ने कहा खेलने कूदने की उम्र में क्षेत्र में दो नाबालिगों के द्वारा उठाया गया आत्मघाती कदम काफी गंभीर मामला है और समाज के लिए काफी चिंतनीय विषय है।
गरकोटी ने कहा जल्द ही बाल कल्याण समिति क्षेत्र के सभी विद्यालयों में बच्चों व अभिभावकों की काउंसलिंग कराएगी।
काउंसलिंग के लिए पुलिस विभाग व चाइल्ड हेल्पलाइन की मदत ली जाएगी उन्होंने कहा अब शिक्षकों व मां-बाप को भी बच्चों के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है।
तथा बच्चों को सोशल मीडिया व मोबाइल से दूर रखें तथा बच्चों को खेलकूद ,ड्राइंग ,लेखन व अन्य क्रियाकलापों की ओर जाने को प्रोत्साहित करें तथा मां-बाप व परिजन बच्चों के साथ अधिक से अधिक समय बताएं तथा विद्यालय में पहले की तरह नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाया जाए आजकल बच्चे अपने को समाज से दूर ले जा रहे हैं।
- Advertisement -
इसलिए मां-बाप व परिजनों को बच्चों के साथ अधिक से अधिक समय बिताना होगा उनसे बात करनी चाहिए ताकि बच्चे अपने को अकेला महसूस ना कर सके गरकोटी ने कहा ऐसे में शिक्षकों की जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ जाती है।
शिक्षकों को बच्चों को मानसिक तौर पर मजबूत करना होगा मालूम हो बुधवार को लोहाघाट क्षेत्र में 14 साल की एक नाबालिग छात्रा व12 साल के नाबालिग छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
जिससे पूरा क्षेत्र सदमे में है और हर मां बाप को अपने बच्चों की चिंता सता रही है नाबालिगों में इस प्रकार की बढ़ती प्रवृत्ति को लेकर समाज को चिंतन करना चाहिए।