गुरुवार रात 9.30 बजे हवलदार का पार्थिव शरीर उनके घर हल्द्वानी पहुंचा तो परिजनों में कोहराम मच गया।
आज रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर गार्ड ऑफ ऑनर के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।
मूलरूप से ग्राम धामदेवल गनाई रानीखेत जिला अल्मोड़ा व हाल भगवानपुर जय मां दुर्गा कॉलोनी ऊंचापुल निवासी 52 साल के शंकर दत्त पालीवाल पुत्र नारायण दत्त पालीवाल 40 असम राइफल्स अरुणाचल प्रदेश में बतौर हवलदार तैनात थे।
इन दिनों उनकी ड्यूटी म्यांमार बॉर्डर पर लगी थी।
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बुधवार की सुबह शंकर दत्त म्यांमार बॉर्डर पर ड्यूटी कर रहे थे।
इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई।
साथी जवान उन्हें अस्पताल लेकर गए, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
आर्मी के अधिकारी उनके निधन को हार्ट अटैक मान रहे हैं।
लेकिन निधन के असली कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा।
हवलदार शंकर दत्त मई महीने में घर आए थे और जल्द दोबारा आने की बात कहकर वापस ड्यूटी पर गए थे।
उनके निधन से परिवार में कोहराम मच गया।