अयोध्या पहुंच रहे राम भक्तों के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में व्यवस्थाओं को सावधानीपूर्वक व्यवस्थित करने के लिए एक समिति की स्थापना की गई है।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या में राम भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है।
रामलला के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है. प्राण प्रतिष्ठा समारोह के केवल छह दिनों के अंदर 18.75 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अयोध्या में रामलला के दर्शन किए हैं और भव्य राम मंदिर में पूजा-अर्चना की है।
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में व्यवस्थाओं को सावधानीपूर्वक व्यवस्थित करने के लिए एक समिति की स्थापना की गई है।
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इस समिति का यह काम है कि ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भक्तों को रामलला के अच्छी तरह से दर्शन मिल सकें।
बता दें कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी को मंदिर के दरवाजे भक्तों के लिए खोल दिए गए।
जिसके बाद देश के विभिन्न हिस्सों से आ रहे राम भक्त राम मंदिर पहुंचकर रामलला के दर्शन कर रहे हैं।
माना जा रहा है कि प्रत्येक दिन 2 लाख से अधिक भक्त रामलला के दर्शन करने और प्रार्थना करने के लिए मंदिर में आते हैं. अयोध्या में हर दिन ‘जय श्री राम’ का उद्घोष गूंजता रहता है।
राम मंदिर में विशेष रूप से रविवार को भक्तों की संख्या बढ़ जाती है।
बता दें कि सीएम योगी ने श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारियों व स्थानीय प्रशासन के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
सीएम योगी ने साफ कहा है कि राम पथ, भक्ति पथ, धर्म पथ और जन्मभूमि पथ पर जहां भी दर्शनार्थी हों कतारबद्ध खड़े हों, भीड़ न लगे।
सीएम योगी ने कहा कि दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु कतार चलायमान रहें और बुजुर्गों, बच्चों, महिलाओं का विशेष ध्यान दिया जाए।