उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में 2 और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. गुरुवार की देर रात 2 आरोपियों को एसआईटी ने गिरफ्तार किया है. हत्या में षड्यंत्र रचने के मामले में दोनों की गिरफ्तारी की गई है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम मोहसिन और आसिफ बताये जा रहे हैं. इसके अलावा 3 अन्य से पूछताछ की जा रही है. इंजरी रिपोर्ट मिलने के बाद एसआईटी ने धाराओं में भी बढ़ोतरी की है.
एसआईटी ने हथियार मिलने के बाद मामले में आर्म्स एक्ट भी जोड़ा है. षड्यंत्रकर्ताओ के नाम सामने आने के बाद धारा 120B भी जोड़ी गई है. धारा 307, 326 को भी एफआईआर में जोड़ा गया है. धारा 326 गंभीर प्रवृत्ति के घाव पर लगाई जाती है. उदयपुर हत्याकांड मामले में उत्तर प्रदेश के कानपुर में दावते इस्लामी का संचालन करने वाले सरताज की पुलिस को तलाश है. कानपुर-उदयपुर कांड में दावत-ए-इस्लामी का नाम आने पर कानपुर पुलिस अलर्ट मोड पर है. मामले की जांच की जांच हर स्तर पर की जा रही है.
मकरकज की जांच के लिए बनी एसआईटी
दावत-ए-इस्लामी कानपुर में बने मरकज़ की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है. छह सदस्यीय एसआईटी डिप्टी पड़ाव स्थित मरकज की जांच करेगी. गुरबत उल्लाह पार्क स्थित मस्जिद में आने जाने वाले लोगों की निगरानी शुरू कर दी गई है. राजस्थान डीजीपी के इनपुट के बाद कानपुर कमिश्नरेट सक्रिय हो गए हैं. सूत्रों के मुताबिक 2015 में पाकिस्तानी भी डिप्टी पड़ाव स्थित मरकज़ पहुंचे थे. मिली जानकारी के मुताबिक रियाज ने कन्हैयालाल की हत्या का विडियो पाकिस्तान के एक ग्रुप में भेजा था. ये ग्रुप पाकिस्तानी आंतकियो और कट्टरपंथियों का है और दुनियभर में हेट क्राईम और तालिबानी विडियो वायरल करता है. इसी वाट्सएप ग्रुप ने हत्या का ये विडियो दुनिया भर में वायरल किया. तहरीके लब्बेक से जुड़े पाकिस्तानी भी इस ग्रुप में शामिल होना बताए जा रहे हैं.