आम को सिर्फ उसके स्वाद के लिए फलों का राजा नहीं कहा जाता बल्कि इसके कई सारे हेल्थ बेनिफिट्स भी होते हैं। आज हम कच्चे और पके आम के हेल्थ बनिफिट्स के बारे में बात करने जा रहे हैं।
कच्चे और पके आम के स्वास्थ्य लाभों को जानने और अपनी हेल्दी डाइट के लिए सही आप्शन को चुनना बेहद जरूरी है।
गर्मियों का मौसम मीठे आमों का मौसम भी कहलाता है। आम एक ऐसा फल है, जो सभी को बेहद पसंद आता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ स्वाद में ही नहीं बल्कि आम पोषण देने में भी सबसे आगे है।
हालांकि, इस बात को लेकर आज तक बहस चलती आ रही है कि कौन सा आम ज्यादा लाभकारी है?
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कच्चा आम या पका हुआ आम? आइए आज हम आपको दोनों तरह के आमों की विशेषताओं के बारे में बताते हैं, जिससे आप चुन सकते हैं कि, किस तरह का आम ज्यादा बेहतर है।
कच्चा आम, जिसे हरा आम भी कहा जाता है, आम के कच्चे रूप को कहा जाता। यह आम तौर पर खट्टा और सख्त होता है, जिसकी बाहरी स्किन हरी होती है।
कच्चे आम का इस्तेमाल आमतौर पर दुनिया भर की कई डिशेज और स्वादिष्ट व्यंजनों, सलाद, अचार और चटनी में किया जाता है।
पके आम के हेल्थ बेनिफिट्स
विटामिन और मिनरल में हाई : पके आम विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, पोटेशियम और फोलेट जैसे जरूरी विटामिन और मिनरल से भरे होते हैं, जो पूरी बॉडी हेल्थ के लिए जरूरी होता है।
इम्यूनिटी : पके आम में विटामिन सी की हाई मात्रा इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉन्ग करने में मदद करती है, जिससे बॉडी को इन्फेक्शन और बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है।
आंखों के विजन में सुधार : पके आम में बीटा-कैरोटीन अच्छी मात्रा में होता है, जो शरीर में विटामिन ए में बदल जाता है।
हेल्दी विजन बनाए रखने और उम्र से संबंधित बीमारियों को रोकने के लिए विटामिन ए जरूरी होता है।
स्किन हेल्थ के लिए है जरूरी : पके आम में विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ावा देने में मदद करते हैं, जो स्किन को स्ट्रॉन्ग और यंग बनाए रखता है।
कच्चे आम के फायदे
विटामिन सी : कच्चे आम विटामिन सी का एक अच्छा सोर्स हैं, जो इम्युनिटी को बढ़ाता है। साथ ही, हेल्दी स्किन के लिए भी बेहद जरूरी होता है।
एंटीऑक्सिडेंट में हाई : पके आम की तरह, कच्चे आम में क्वेरसेटिन, आइसोक्वेरसिट्रिन, फिसेटिन और गैलिक एसिड जैसे एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन से बचाने में मदद करते हैं।
डाइजेशन : कच्चे आम में एमाइलेज जैसे एंजाइम होते हैं, जो कार्बोहाइड्रेट के पाचन में मदद करते हैं । साथ ही प्रोटीन को तोड़ने में मदद करते हैं। इससे बेहतर डाइजेशन में मदद मिलती है।
कोलेस्ट्रॉल को करता है कंट्रोल : कुछ रिसर्च से पता चलता है कि कच्चे आम बायोएक्टिव कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं, जिससे हार्ट डिजीज का खतरा कम हो जाता है।
पका हुआ आम : पके आम मीठे, रसीले होते हैं। पके आम कई तरह के होते हैं, जिनकी पहचान उनकी स्किन या कलर से की जाती है। मैंगों को डेसर्ट, स्मूदी, जूस और स्नैक्स के रूप में खाया जाता है।