
आपदा प्रबंधन सचिव डॉ.रंजीत सिन्हा ने बताया कि जोशीमठ पहुंची सीबीआरआई की टीम ने सोमवार को मलारी इन और माउंट व्यू होटल का सर्वे किया था।
इन दोनों होटलों से भवनों को ढहाने की शुरुआत होगी।
इन होटलों को अत्यधिक क्षति पहुंची है।
सबसे पहले होटल मलारी इन तोड़ा जाएगा।
केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रुड़की के विशेषज्ञों की टीम के निर्देशन और एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की मौजूदगी में होटल को तोड़ने की कार्रवाई होगी।
इस दौरान 60 मजदूरों के साथ ही दो जेसीबी, एक बड़ी क्रेन और दो टिप्पर ट्रक लगाए गए हैं।
प्रशासन के सामने मौसम की भी चुनौती है।
बारिश या बर्फबारी की संभावना को देखते हुए सरकार सबसे अधिक असुरक्षित भवनों को तत्काल गिराना चाहती है।