उत्तराखंड में सरकारी रिपोर्टों के अनुसार, जोशीमठ में दरारों वाली इमारतों की संख्या 20 जनवरी से आगे नहीं बढ़ी है। दरारों वाली इमारतों में से 181 असुरक्षित क्षेत्र घोषित क्षेत्र में स्थित हैं।
चमोली के जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा गुरुवार को जारी जोशीमठ की स्थिति पर दैनिक स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, भूमिगत जल का निर्वहन जो 6 जनवरी को 540 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) था, काफी कम होकर 18 एलपीएम हो गया है।
जिला प्रशासन ने सुरक्षा चिंताओं के कारण कुल 243 परिवारों को 878 सदस्यों के साथ अस्थायी आवास और राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया है।
इनके अलावा, 53 परिवारों के 117 सदस्य या तो अपने रिश्तेदारों के घर या किराए के आवास में स्थानांतरित हो गए हैं।
- Advertisement -
हाल ही में चमोली जिला प्रशासन ने अपर मुख्य सचिव आनंद बर्धन की अध्यक्षता में उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक में जोशीमठ के धंसाव प्रभावित निवासियों के विस्थापन एवं पुनर्वास के लिए तीन विकल्प प्रस्तुत किये।
इन विकल्पों को राज्य मंत्रिमंडल के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा जो 10 फरवरी को मिलने वाला है।