ऐसा लग रहा था कि नवजात शिशु का जन्म अभी एक या दो दिन पहले हुआ है। गर्भनाल भी ठीक से नहीं सूख रही थी।प्रथम दृष्टया उसकी हत्या की आशंका है।
लेकिन नवजात को इस तरह से मारने की बात भी समझ से परे है।
फिलहाल सीसीटीवी कैमरों की मदद से इस रास्ते से लोगों का आना-जाना देखा जा रहा है. हालांकि पिछले दो दिनों से इलाके में घना कोहरा छाया हुआ है, इसलिए फुटेज भी साफ नजर नहीं आ रहा है।
ऐसे में पुलिस के पास अस्पतालों में जाकर जांच करने का एक और तरीका है. एसपी सिटी सरिता डोबल ने बताया कि जिन अस्पतालों में हाल के दिनों में प्रसव हुए हैं, उनकी जांच की जा रही है।
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साथ ही आशा एवं आंगनबाडी केन्द्रों पर भी गर्भवती महिलाओं की जानकारी जुटाई जा रही है।
जिस चादर में शव को लपेटा गया था, ऐसी चादर का इस्तेमाल सिर्फ अस्पताल में होता है. प्रारंभिक जांच में ऐसा लग रहा है कि उसे सर्जिकल ब्लेड से काटा गया है।
लेकिन किसी भी सर्जरी या इलाज में इस तरह से कट जाने की बात भी गले नहीं उतर रही है।