आखिर सरकारी कार्यालय में नशे की हालत में आकर काम करने और लगातार अनुशासनहीनता पर जिला अधिकारी मयूर दीक्षित ने पाटाखाल तहसील कीर्तिनगर के राजस्व उपनिरीक्षक धर्मानंद ममगाई को निलंबित कर दिया।
राजस्व उप निरीक्षक धर्मानन्द ममगाई के खिलाफ नशे की हालत में राजकीय कार्य करने और अनुशासनहीनता व लापरवाही के शिकायत आ रही थी।
जानकारी के अनुसार, जिला अधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि राजस्व उप निरीक्षक को कई बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद, उन्होंने कार्यशैली में कोई सुधार न लाने तथा बार-बार पुनरावृत्ति किए जाने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि कोई भी कर्मचारी इस तरह के कृत्य करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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एसडीएम की रिपोर्ट के बाद राजस्व उप निरीक्षक के खिलाफ शिकायतें सही पाई गई, जिसके बाद बीते सोमवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने राजस्व उप निरीक्षक धर्मानंद ममगाई को निलंबित करने के आदेश जारी किए।
आखिरकार नशे की हालत में पहुंचा आफिस कर्मचारियों और नागरिकों के लिए गंभीर समस्या बन गई थी, और इसके परिणामस्वरूप उपनिरीक्षक धर्मानंद ममगाई के खिलाफ कई शिकायतें प्राप्त हो रही थीं।
जिला अधिकारी मयूर दीक्षित ने एसडीएम की रिपोर्ट के आधार पर सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।
जिला अधिकारी ने एसडीएम कीर्तिनगर सोनिया पंत को मामले में जांच के आदेश दिए थे।
सरकारी कार्यालय में नशे की हालत में आकर काम करने और लगातार अनुशासनहीनता की शिकायतों के बाद, डीएम मयूर दीक्षित ने यह कदम उठाया है।
नशे की हालत में काम करने वाले किसी भी कर्मचारी के लिए संविदानिक तौर पर सुरक्षित और स्वस्थ शर्तें बनाना जरूरी है।
इसके साथ ही, सरकारी कार्यालयों में अनुशासन का पालन करना भी महत्वपूर्ण है, ताकि सार्वजनिक सेवाओं की गुणवत्ता बनी रहे और लोगों को संतुष्टि मिले।
समाज में नियमों का पालन और शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, और सरकारी कर्मचारियों को उत्कृष्ट आदर्श प्रस्तुत करने का काम करना चाहिए।