Uttar Pradesh News: कहते हैं राजनीति में कुछ स्थायी नहीं होता, कब अपना पराया हो जाए और कब विपक्षी अपने गले लग जाए किसी को कुछ पता नहीं होता. अगर बात उत्तर प्रदेश की राजनीति की हो तो यहां समीकरण और भी तेजी से बदलते हैं. यूपी के राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर तरह-तरह की अटकलें तेज हो गई हैं. इस बार यह अटकलें सुभसपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को लेकर है. आपको बता दें कि इन अटकलों के पीछे योगी सरकार का एक फैसला है.
योगी सरकार ने सुभासपा अध्यक्ष व जहूराबाद विधायक ओमप्रकाश राजभर को शासन ने वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान कर दी है. शासन के इस निर्णय से राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की अटकलें तेज हो गई हैं. राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट देने तोहफा के तौर पर देखा जा रहा है. राजभर इन दिनों समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर लगातार तंज कसने के लिए भी सुर्खियों में हैं.
बता दें कि शासन का सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश 15 जुलाई का है, जो अब प्रकाश में आया है. एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन के लिए लखनऊ में उसी समय सीएम योगी ने रात्री भोज आयोजित किया था. इस भोज में ओपी राजभर भी पहुंचे थे और अपने समर्थन का ऐलान एनडीए प्रत्याशी के लिए किया था. बता दें कि ओमप्रकाश राजभर अक्सर राजनीतिक सुर्खियों में बने रहते हैं. आजमगढ़ व रामपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा को मिली करारी हार के बाद से ही वह न सिर्फ सपा के खिलाफ मुखर हैं, बल्कि अखिलेश यादव को आए दिन नसीहत देते रहते हैं. जिससे यह कयास भी लगने लगे हैं कि सुभसपा का समाजवादी पार्टी के साथ नहीं बन रही है और वह जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं.
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