अहमदाबाद: गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की अटकलों पर पूछे गये सवाल का जवाब दिया. उन्होंने इसका सीधा जवाब नहीं देते हुए पत्रकारों के सामने ही एक सवाल दाग दिया. साथ ही कहा कि राहुल गांधी या प्रियंका गांधी वाड्रा की वजह से वह परेशान नहीं हैं. वह राज्य के कांग्रेस नेताओं की वजह से परेशान हैं.
मैंने जो बाईडेन की तारीफ की थी
सोमवार को पत्रकारों ने हार्दिक पटेल से पूछा कि ऐसी अटकलें हैं कि आप भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं. इसका जवाब हार्दिक पटेल ने हां या ना में नहीं दिया. उन्होंने कहा कि लोग बहुत तरह की बातें करेंगे. कहा कि अमेरिका में जब राष्ट्रपति चुनाव हुए थे और जो बाईडेन चुनाव जीते थे, तो मैंने उनकी तारीफ की थी. मैंने उनकी तारीफ की थी, क्योंकि उन्होंने जिसे उपराष्ट्रपति बनाया, वह भारतीय मूल की हैं.
जो बाईडेन की तारीफ का मतलब क्या है? क्या मैं उनकी पार्टी में जा रहा हूं? हार्दिक ने कहा कि राजनीति में अगर आपका दुश्मन भी कुछ अच्छा करता है, तो आपको उसकी तारीफ करनी चाहिए. राजनीति में इतनी जगह होनी चाहिए. अगर वे पावरफुल निर्णय लेते हैं, तो हमें भी पावरफुल निर्णय लेने होंगे. त्वरित निर्णय लेने होते हैं. अगर निर्णय समय पर नहीं लेंगे, तो लोग उससे दूर भागेंगे.
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बहुत से नौजवान कांग्रेस के लिए काम करना चाहते हैं
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हार्दिक पटेल ने कहा कि बहुत सारे नौजवान पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं. वे पार्टी को मजबूत करना चाहते हैं. ऐसे नौजवानों को जगह मिले यही मेरा कहना है. लोकतंत्र में यही तो फ्रीडम है कि अपने पापा से भी सवाल कीजिए, सत्ता से भी सवाल कीजिए. और अपने लोगों से भी कीजिए.
राहुल-प्रियंका की वजह से परेशान नहीं
हार्दिक पटेल ने कहा कि मैं राहुल गांधी या प्रियंका गांधी वाड्रा की वजह से परेशान नहीं हूं. मैं राज्य के नेतृत्व से परेशान हूं. मैं परेशान हूं, क्योंकि चुनाव आ रहे हैं. ऐसे में हमें मिलकर काम करने की जरूरत है. ईमानदार और मजबूत लोगों के साथ मिलकर काम करना होगा. उन्हें पार्टी में जगह मिलनी चाहिए.
चुनाव के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी
हार्दिक पटेल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पार्टी को मजबूत करने वाले लोगों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए. यह चुनाव का समय है. गांवों में जाना होगा, शहरों में कड़ी मेहनत करनी होगी. जहां तक मेरे परेशान होने का सवाल है, तो परिवार में बहुत तरह के सवाल होते हैं, उन पर चर्चा होती है. मैंने पहले भी कहा है कि अफवाहों पर ध्यान न दें.