इसी दौरान मंदिर के गेट नंबर एक और चार पर कई श्रद्धालु बेहोश होकर गिर गए, जिससे मंदिर परिसर में अफरातफरी मच गई। किसी तरह पुलिस ने श्रद्धालुओं को मंदिर से बाहर निकाला।
भीड़ के दबाव के कारण दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि सात घायल हो गए। हादसे के वक्त मंदिर में डीएम, एसएसपी, नगर आयुक्त समेत कई अफसर मौजूद थे, फिर भी भीड़ नियंत्रण के इंतजाम फेल हो गए।
बताया जाता है कि बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान क्षमता से कई गुना अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी थी। एक अनुमान के मुताबिक मंगला आरती के दर्शन को एक लाख से अधिक श्रद्धालु वृंदावन पहुंचे थे।
मंदिर परिसर में पैर रखने तक की जगह नहीं थी। बांके बिहारी मंदिर की गलियों में भी भारी भीड़ थी
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भीड़ के कारण कई श्रद्धालु बेहोश होकर गिर गए, जिनके ऊपर से कई लोग गुजर गए।
हादसे में नोएडा सेक्टर 99 निवासी महिला निर्मला देवी पत्नी देव प्रकाश और रुक्मिणी विहार कॉलोनी वृंदावन निवासी और मूल निवासी जबलपुर के राम प्रसाद विश्वकर्मा (65) की मौत हुई है। इनकी पत्नी भी घायल हुईं है।