इस तरह के घोटाले से जनता, एमसीडी के साथ-साथ घर-घर सेवा देने वाली एजेंसियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है।
मुख्य नगर पालिका स्वास्थ्य अधिकारी ने पुलिस से कहा है कि ऐसे जालसाजों के खिलाफ जल्द सख्त कार्रवाई की जाए।
खन्ना ने कहा कि देहरादून नगर निगम (एमसीडी) के तहत कई एजेंसियां सभी 100 वार्डों में डोर टू डोर सेवाएं प्रदान करती हैं।
लेकिन स्वास्थ्य विभाग को कुछ लोगों द्वारा मासिक शुल्क वसूलने और स्थानीय लोगों को फर्जी रसीद देने की शिकायत मिली है।
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उन्होंने फर्जी रसीद बुकलेट तैयार की है और स्थानीय लोगों से मासिक शुल्क वसूल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कंपनियों द्वारा इन शुल्कों से एकत्रित राशि का उपयोग शहर के कचरा प्रबंधन में भी किया जाता है।