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मेला में स्वयं सहायता समूहों के स्टॉलों का किया निरीक्षण : राज्यपाल

"Saras Livelihood Fair-2023: Best wishes to encourage women, Governor inaugurated it"

ऋषिकेश। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.)  आयोजित राष्ट्रीय सरस आजीविका मेला-2023 में प्रतिभाग किया। इस दौरान राज्यपाल ने प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों के स्वयं सहायता समूहों के स्टॉलों का निरीक्षण किया।

राष्ट्रीय सरस आजीविका मेला-2023 में राज्यपाल गुरमीत सिंह ने प्रतिभाग किया।

मेले में 19 राज्यों से 116 स्वयं सहायता समूह ने लगाए स्टॉलों पर उत्पादों की ब्रांडिंग और पैकेजिंग को बढ़ावा दिया।

राज्यपाल ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का संदेश दिया और उनके प्रयासों की सराहना की।

राज्यपाल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने आयोजित राष्ट्रीय सरस आजीविका मेला-2023 में भाग लिया। मेले में उन्होंने राज्यों के स्वयं सहायता समूहों के स्टॉलों का निरीक्षण किया और उनके उत्पादों की ब्रांडिंग और पैकेजिंग पर ध्यान दिया।

राज्यपाल ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का संदेश दिया और उनके उत्पादों को डिजिटल मार्केटिंग से जोड़ने की सलाह दी। उन्होंने मातृशक्ति के प्रयासों की सराहना की और आर्थिक क्रांति की बात की।

मेले में 19 राज्यों के 116 स्वयं सहायता समूह ने लगाए स्टॉलों पर उत्पादों की ब्रांडिंग और पैकेजिंग को बढ़ावा दिया। राज्यपाल ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का संदेश दिया और उनके प्रयासों की सराहना की।

राज्यपाल ने इस मौके पर भाग लेने वाले सभी स्वयं सहायता समूहों को बधाई दी और कहा कि इस प्रकार के मेले समाज और राष्ट्र को जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं।

उन्होंने महिलाओं, युवाओं, और कारीगरों को उत्साहित करने का सुझाव दिया और उन्हें उनके उत्पादों को बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत करने के लिए डिजिटल मार्केटिंग का अध्ययन करने की सलाह दी।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) ने आयोजित राष्ट्रीय सरस आजीविका मेला-2023 में भाग लिया और मेले में राज्यों के स्वयं सहायता समूहों के स्टॉलों का निरीक्षण किया।

मेले में उपस्थित 19 राज्यों के 116 स्वयं सहायता समूह ने अपने उत्पादों की ब्रांडिंग और पैकेजिंग को बढ़ावा दिया और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का संदेश दिया।

मेले के दौरान, राज्यपाल गुरमीत सिंह ने विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के स्टॉलों पर जाकर उनके उत्पादों का निरीक्षण किया और उनके सदस्यों से उनके अनुभवों को साझा करने का मौका दिया।

उन्होंने महिलाओं को उनकी कला और संस्कृति को उजागर करने के लिए समर्थन दिया और उनकी आर्थिक में इजाफा होने का संदेश दिया।

बताया कि उत्पादों की वैल्यू एडिशन की भी जरूरत है और उनके उत्पादों को अधिक विशेष बनाने का प्रयास करना चाहिए।

मेले में 19 राज्यों के 116 स्वयं सहायता समूह ने लगाए स्टॉलों पर उत्पादों की ब्रांडिंग और पैकेजिंग को बढ़ावा दिया। इनमें उत्तराखंड से 81 स्वयं सहायता समूह के 243 सदस्य शामिल हैं।

इसके अलावा अन्य 18 राज्यों के 35 स्वयं सहायता समूह के लगभग 70 सदस्य और टिहरी जनपद के 18 स्वयं सहायता समूह के लगभग 53 सदस्य शामिल हैं।

मेले में स्वयं सहायता समूहों के सदस्य अपने उत्पादों को बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत करने के साथ-साथ आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की कोशिश कर रहे हैं।

इस मौके पर अपर सचिव ग्राम्य विकास विभाग आनन्द स्वरूप डीएम मयूर दीक्षित, एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर, अध्यक्ष नगरपालिका मुनीकीरेती रोशन रतूड़ी, ब्लॉक प्रमुख जाखणीधार सुनीता देवी, नरेन्द्रनगर राजेन्द्र भण्डारी, सीडीओ मनीष कुमार, संयुक्त मजिस्ट्रेट आशिमा गोयल सहित अन्य जनप्रतिनिधि, कर्मचारी, स्कूली छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

राज्यपाल गुरमीत सिंह ने सरस मेले के महत्व को भी बताया और कहा कि इसे अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें ताकि ज्यादा लोग मेले के बारे में जान सकें और इसमें भाग लें।

वे यह भी सुझाव दिए कि लोग उत्पादों की खरीदारी करने के साथ-साथ एक दूसरे से मिलकर जानकारी लें और लोकल उत्पादों का समर्थन करें।

 

 

 

 

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