कांग्रेस नेता के घर इनकम टैक्स का छापा : कांग्रेस नेता और प्रॉपर्टी डीलर राजीव जैन के घर पर आज (मंगलवार) सुबह 4 बजे से इनकम टैक्स की बड़ी कार्रवाई चल रही है। देहरादून के चमन विहार में स्थित राजीव जैन के आवास पर इनकम टैक्स और सीआईएसएफ की टीम ने छापा मारा। छापेमारी के दौरान करीब 18 गाड़ियों में ईडी और सीआईएसएफ के अधिकारी मौके पर पहुंचे, जो घर की तलाशी ले रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस छापेमारी में करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज और कुछ नकदी बरामद की गई है। इनकम टैक्स की टीम ने जैन के घर से भूमि के रजिस्ट्रेशन दस्तावेज और अन्य महत्वपूर्ण कागजात भी जब्त किए हैं, जो कथित रूप से बड़े वित्तीय लेन-देन से जुड़े हो सकते हैं। इसके अलावा, कुछ नकद राशि भी बरामद की गई है, जिसे लेकर अब इनकम टैक्स जांच कर रही है।
राजीव जैन, जो कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी सहयोगी माने जाते हैं, पर वित्तीय अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का सामना करना पड़ सकता है। इनकम टैक्स की इस कार्रवाई के बाद यह आशंका जताई जा रही है कि राजीव जैन पर धन शोधन (Money Laundering) का मामला भी बन सकता है, जिसमें उनकी संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन की गहन जांच की जाएगी।
धन शोधन की जांच की ओर बढ़ता मामला
इनकम टैक्स की जांच के अनुसार, राजीव जैन के खिलाफ कई वित्तीय अनियमितताएं सामने आ सकती हैं। पिछले कुछ समय से यह आरोप लगाए जा रहे थे कि जैन ने अपनी संपत्तियों के लेन-देन में धन शोधन का प्रयास किया है। यह छापेमारी उस संदर्भ में अहम मानी जा रही है, क्योंकि इनकम टैक्स इस मामले में अब तक विभिन्न पहलुओं की जांच कर चुकी है।
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इनकम टैक्स के अधिकारियों का कहना है कि इस छापे के दौरान बरामद किए गए दस्तावेज़ और नकदी की जांच की जाएगी, ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि राजीव जैन ने अपने वित्तीय लेन-देन में किसी प्रकार की अनियमितता या धोखाधड़ी की है या नहीं। साथ ही, यह भी पता लगाया जाएगा कि क्या इन संपत्तियों के पीछे कोई अवैध गतिविधियां छिपी हुई हैं।
इनकम टैक्स की इस कार्रवाई ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। कांग्रेस पार्टी ने इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध के रूप में देखा है, जबकि भाजपा का कहना है कि यह कार्रवाई सही दिशा में की गई है और किसी भी व्यक्ति को कानून से ऊपर नहीं माना जा सकता। राजीव जैन बेहद सौम्य और मिलन सार नेता माने जाते हैं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के दाहिने हाथ कहे जाने वाले राजीव जैन के यहा इनकम टैक्स की कार्यवाही पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत क्यों मौन साधे हुए हैं उत्तराखंड प्रदेश काँग्रेस अध्यक्ष भी इस पर चुप्पी साधे हुए हैं ।
राजीव जैन के घर पर की गई यह छापेमारी अब प्रदेश में राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बन गई है। यह देखना बाकी है कि इस मामले में आगे क्या नया सामने आता है और क्या राजीव जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला बनेगा या नहीं या ये आने वाले निकाय चुनाव में दबाव की राजनीति मात्र हैं ।
इनकम टैक्स की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि राजीव जैन के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं की गंभीर जांच चल रही है। यह मामला अभी और बढ़ सकता है, और आगे आने वाली जांचें ही तय करेंगी कि क्या राजीव जैन पर कोई कानूनी कार्रवाई की जाती है या नहीं ?