बीते शाम न केवल दूल्हे के घर में बल्कि पूरे गांव में किसी के भी घर चूल्हा नहीं जला।
गांव में मौजूद कोई भी शख्स सड़क हादसे में हुई दूल्हे के पिता, भाभी, भतीजे और दीदी की मौत की खबर सुनकर अपने आंसू नहीं रोक पाया।
इसे भाग्य का लेख ही कहां जाएगा कि शादी के बाद जहां दूल्हा अपनी दुल्हन को हनीमून पर नई जगह ले जाने के सपने देखता है वहीं मटेला गांव निवासी दूल्हे दिनेश रौतेला को सिर से सेहरा उतारकर मुंडन कराना पड़ा।
रविवार को गमहीन माहौल में उसने न केवल अपने पिता जयंत सिंह, भाभी अंकिता के शवों को मुखाग्नि दी बल्कि हृदय में पत्थर रखकर प्यारे मासूम भतीजे समर के शव को गांव के ही श्मशान घाट में भी दफनाया।