इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री अपने अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें भी कर रहे है।
इस बैठक में कोरोना जांच, क्वारंटीन कि सुविधा, टिकाकरण से लेकर अस्पतालों कि व्यवस्था पर चर्चा कि जा रही हैं, लेकिन इस बैठक में सबसे ज्यादा बूस्टर के दूसरे डोज़ को लेकर हो रही हैं।
भारत सरकार का यह फ़ैसला थोड़ा हैरान करने वाला भी हैं, क्योकि अभी बूस्टर का पहला शॉट भी केवल 28 फीसदी आबादी को ही लगाया गया हैं।
भारत में जनवरी 2022 से बूस्टर खुराक देने कि शुरुआत कि गई थी।
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जिसमें पहले बुजुर्गों और अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों को देने कि घोषणा कि गई लेकिन फिर बाद में फिर सभी के लिए उपलब्ध करा दिया गया हैं।
बूस्टर कि दूसरी डोज़ को लेकर चर्चा शुरू हो गई हैं, क्योकि एक वर्ग हैं जो एक और बूस्टर खुराक कि अनुमति देने के लिए उत्सुक हैं टिकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी समूह या NTAGI की समितियों में से एक के एक विशेषज्ञ ने नाम न छापने की शर्त पर कहा हैं, कि सिफ़ारिश करने से पहले वे सभी ज्ञानिक डेटा के सूक्ष्मता से अध्ययन करेंगे।