मुख्यमंत्री धामी ने बारिश और बर्फबारी के मद्देनजर प्रभावित विस्थापित परिवारों के लिए हीटर एवं अलाव की व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
वही जोशीमठ में दरारों वाले भवनों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 863 हो गई है गुरुवार तक यह संख्या 849 थी ।
259 परिवारों के 867 सदस्यों को सुरक्षा की दृष्टि से अस्थाई राहत शिविरों में स्थानांतरित किया जा चुका है।
वहीं शुक्रवार को सचिवालय में आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन सचिव डॉ रंजीत सिन्हा को जोशीमठ के प्रभावितों के पुनर्वास एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं के लिए जरूरी धनराशि का आकलन करने के निर्देश जारी किए हैं।
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उन्होंने आपदा प्रबंधन सचिव से चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना के साथ समन्वय रखने के निर्देश दिए हैं ।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जिन स्थानों पर प्रभावितों को विस्थापित किया जाएगा वहां सरकार हरसंभव सुविधा उपलब्ध कराएगी।
मुख्यमंत्री धामी ने बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए प्रभावित क्षेत्र के बच्चों की पढ़ाई एवं परीक्षा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्र में जो लोग विस्थापित होंगे उनको स्वरोजगार से जोड़ने के लिए भी विस्तृत योजना बनाई जाए।
सुनिश्चित किया जाए कि जो लोग विस्थापित होंगे उनकी आजीविका प्रभावित ना हो इसके लिए अभी से योजना बनाकर आगे का कार्य किया जाए।
जिन स्थानों पर प्रभावितों को विस्थापित किया जाएगा उनको सरकार द्वारा हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
जोशीमठ के आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में राहत कार्य के तहत जिला प्रशासन द्वारा अब तक करीब 500 प्रभावितों को 347.77 लाख रुपए की धनराशि वितरित की जा चुकी है।
जोशीमठ नगर क्षेत्र के 863 भवन प्रभावित हुए हैं जिनमें दरारें मिली हैं यह संख्या बढ़ गई है ।
इनमें से 181 भवन ऐसे हैं जिनको असुरक्षित जॉन के तहत रखा गया है।
सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन द्वारा अब तक 269 परिवारों के 900 सदस्यों को विभिन्न सुरक्षित स्थानों पर अस्थाई रूप से विस्थापित किया गया है।