उत्तराखण्ड

राज्य में पार्किंग स्थलों की तलाश एक सतत प्रक्रिया:

पार्किंग सुविधाओं के निर्माण के लिए स्थलों की खोज एक सतत प्रक्रिया के रूप में की जानी चाहिए।

राष्ट्रीय राजमार्गों और राज्य राजमार्गों के साथ कम ढाल वाले स्थलों पर भूतल पार्किंग और इसी तरह की सुविधाओं की व्यवस्था की जानी चाहिए।

मुख्य सचिव ने शुक्रवार को यहां राज्य में बनने वाली टनल पार्किंग की प्रगति की समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही।

उन्होंने कहा कि गतिशक्ति पोर्टल के माध्यम से टनल एवं ऑटोमेटेड पार्किंग सुविधाओं के लिए चिन्हित स्थलों की पोर्टल आधारित निगरानी की जाए ।

उन्होंने अधिकारियों को राज्य भर में नए पार्किंग स्थलों की तलाश जारी रखने का भी निर्देश दिया।

मुख्य सचिव ने कहा कि पार्किंग स्थलों के निर्माण के लिए नए स्थलों की पहचान एक सतत प्रक्रिया है और इसे भविष्य में भी जारी रखा जाना चाहिए।

किसी भी पार्किंग परियोजना में किसी भी स्तर पर किसी भी प्रकार की समस्या आने पर संबंधित अधिकारी या सचिव से लगातार संवाद कर समाधान निकाला जाए।

संधू ने निर्देश दिया कि पार्किंग परियोजनाओं के निर्माण कार्य की प्रगति की साप्ताहिक आधार पर समीक्षा की जाए।

अधिकारियों ने बैठक में कहा कि सुरंग पार्किंग सुविधाओं के निर्माण के लिए राज्य भर में कुल 26 स्थलों की पहचान की गई है।

 

 

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