हरिद्वार लोकसभा मंडल के अध्यक्ष और मंडल महामंत्री, डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल, ने हाल ही में रुड़की शहर के सड़कों पर एक औचक निरीक्षण किया ।
जिससे नगर में चल रहे विकास कार्यों की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया गया। इस निरीक्षण के दौरान, उन्होंने सड़कों की वर्तमान स्थिति को देखकर विभागीय अधिकारियों को फटकार लगाई, जो सड़कों की देखभाल और मरम्मत के साथ-साथ विकास कार्यों के प्रगति की जिम्मेदारी थे।
महामंत्री सम्मेलन में शिरकत करने आए वित्त एवं शहरी विकास मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने रुड़की शहर की सड़कों का औचक निरीक्षण किया।
शहर की सड़कों पर बने गढ़ों को देखकर उन्होंने विभागीय अधिकारियों को फटकार लगाई।
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सड़क निरीक्षण के दौरान उन्होंने नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द सड़क मरम्मत का कार्य हो जाना चाहिए।
डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने सड़कों पर बने गढ़ों और खराब हालात को देखकर आपत्ति जताई है और इसका समाधान तुरंत करने की मांग की ।
उन्होंने सड़कों की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए विभागीय अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है और सड़क मरम्मत कार्य को तेजी से पूरा करने का आदेश दिया है।
यह निरीक्षण न केवल सड़कों की सुरक्षा को लेकर मानवीय जीवन की रक्षा करने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भी नगर के विकास कार्यों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
रुड़की के निवासियों को आश्वासन मिला है कि सड़कों की स्थिति पर नजर रखी जा रही है और समस्याओं का समाधान तत्काल किया जाएगा।
डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल के नेतृत्व में हरिद्वार लोकसभा मंडल ने शहर के विकास कार्यों के सुनिश्चित और तेजी से पूरे होने का संकल्प लिया है, और इस निरीक्षण के माध्यम से उन्होंने इस संकल्प को पुनरावलोकन किया ।
स्थानीय पार्षद, जिला अध्यक्ष और अन्य प्रमुख व्यक्तियों की उपस्थिति भी महत्वपूर्ण है, जो नगर के सड़कों की सुधार के लिए साथ में काम कर रहे हैं।
उन्होंने शहर में चल रहे विकास कार्य की गुणवत्ता का भी निरीक्षण किया। लेकिन विकास कार्यों के सुस्त व ढुलमुल रवैया को देखकर उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई।
उन्होंने अधिकारियों को शहर में चल रहे मरम्मत कार्यों को तेजी से करने के लिए निर्देशित किया।
शहर में एडीबी द्वारा किए गए कार्य से जगह-जगह आ रही परेशानी को देखते हुए। कैबिनेट मंत्री ने पूर्व में एडीबी द्वारा की गई लापरवाही की पत्रावली मंगवाकर तुरन्त जांच के आदेश दिए।