
सम्मेलन का उद्घाटन उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह करेंगे, जबकि समापन सत्र की अध्यक्षता महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी करेंगे।
दून विश्वविद्यालय की कुलपति सुरेखा डंगवाल ने कहा कि भारतीय महिलाओं का अपना नजरिया है जो पश्चिमी विचारों से काफी अलग है।
उन्होंने कहा कि सम्मेलन का आयोजन वर्ष 2019 में भारतीय महिलाओं पर किए गए एक सर्वेक्षण की पृष्ठभूमि में किया जा रहा है।
75,000 महिलाओं के सैंपल साइज पर किए गए सर्वेक्षण से पता चलता है कि महिलाओं की चिंताओं का सही परिप्रेक्ष्य विश्वविद्यालयों में जो पढ़ाया जा रहा है, उससे कुछ अलग है।
डंगवाल ने कहा कि सम्मेलन के दौरान भारतीय महिलाओं के विभिन्न पहलुओं जैसे उनकी विशेषताओं, क्षमताओं, चुनौतियों और संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी।
संवर्द्धिनी न्यास की संयोजक माधुरी मराठे ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य भारतीय महिलाओं की कहानी को सही परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करना है।
कई विश्वविद्यालयों के कुलपति और देश-विदेश के विभिन्न हिस्सों के विशेषज्ञ विचार-विमर्श में भाग लेंगे।