उत्तराखंड पौड़ी गढ़वाल से ताजा मामला तब सामने आया जब 5 साल की लड़की को उसके परिजन जिला अस्पताल में हल्के बुखार के कारण लाते हैं।
जिसके बाद जिला अस्पताल बच्ची को 2 दिन एडमिट करने के बाद परिजनों को बच्ची की पित्त की थैली 9.3 mm की पथरी बताकर ऑपरेशन करने की सलाह देते हैं।
आनन-फानन में परिजन बच्ची को लेकर बेस अस्पताल से लेकर संयुक्त जिला अस्पताल श्रीनगर में इलाज के लिए पहुंचते हैं जहां डॉक्टर परिजनों को पथरी न होने की बात कहते हैं।
जिसके बाद परिजन जिला पौड़ी पहुंचकर जिला अस्पताल के एमएस के समक्ष अपनी समस्या को बयां करते हैं
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जिसके बाद खुद जिला अस्पताल के एमएस विजय आडावाला भी इस बड़ी गलती को स्वीकार करते हुए गोलमोल जवाब देते हुए दिखाई देते हैं।
जिला अस्पताल के इलाज से अब यहां की स्थानीय जनता का विश्वास उठने लगा है।