"कोरोनेशन अस्पताल एकमात्र सरकारी बर्न यूनिट स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से हुआ ठप"
"Hospital exposes problems faced by patients due to negligence of Health Minister"

सूत्रों के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण एकमात्र सरकारी बर्न यूनिट में हुई भर्तियों की निरीक्षण न करने से शहर के कोरोनेशन अस्पताल में मरीजों को हो रही है, व्यावसायिक लापरवाही की वजह से परेशानियां। क्या इस बड़े स्वास्थ्य घोटाले के पीछे छुपी है सियासत?
स्वास्थ्य विभाग, भ्रष्टाचार और सार्वजनिक सुविधाओं की विफलता का प्रतीक?
देहरादून : कोरोनेशन अस्पताल में हो रही भ्रष्टाचार की घटना सड़कों पर मरीजों के बुरे हालात की एक दास्तान।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत जी ने कई बार वादा किया है कि उन्होंने सुधारों की प्रक्रिया शुरू कर दी है, लेकिन अस्पतालों में हो रही भ्रष्टाचार के निदान के लिए कोई कार्रवाई नहीं हुई है। क्या इस घटना की जांच कर मरीजों को न्याय दिलाया जा सकेगा, यह देखना बाकी है।
कोरोनेशन अस्पताल में स्थित प्रदेश का एकमात्र सरकारी बर्न यूनिट में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने मरीजों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस बुरी हालत में क्या स्वास्थ्य मंत्री लेगे संज्ञान, यह एक बड़ा सवाल बन रहा है।
कोरोनेशन अस्पताल का बर्न यूनिट, जिसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के प्रमुख केंद्रों में गिना जाता है, पिछले कुछ महीनों से खबरों में छाया हुआ है।
मरीजों की भरमार और उनकी बदतर हालतों का सच सामने आ रहा है, जिसका मुख्य कारण बताया जा रहा है स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही।
विभाग की लापरवाही की बात आते ही, महाराज पर इनके राज में हो रहा है महा घोटाला भाजपा के ये बाहुबली के विभाग में करोड़ों के हेर फेर पे क्या मंत्री जी का है बड़ा खेल।
भ्रष्टाचार की एक और मिसाल बता रहे हैं, जहां स्वास्थ्य की सुरक्षा और समृद्धि के बजाय अनधिकृत लाभ के लिए दरवाजे खुले हैं।
बड़ा सवाल है क्या धामी जी करेंगे सिफारिश जांच की? प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग का बुरेहाल मंत्री जी विदेश यात्रा पर, जले कटे मरीज सड़कों पर, और हालात दिन-प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं। इस दुर्दशा में जनता को किसी तरह की राहत नहीं मिल रही है।
स्वास्थ्य विभाग फेल होने के बाद भी क्या मंत्री जी करेंगे कोई खेल, यह अभी तक सवाल में ही बना हुआ है। जनता ट्रांसफर के दलाल होंगे फेल तब ही धन्य- धन्य होंगे स्वास्थ्य मंत्री।
कोरोनेशन अस्पताल में दवाओं की कमी, बेडों की अभावता, और विभाग की लापरवाही के चलते मरीजों की स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। इस दुर्दशा में स्वास्थ्य मंत्रालय की भूमिका निर्वासन में सिद्ध हो रही है और लोगों की आशाएं टूटती जा रही हैं।