बिहार की राजधानी पटना समेत अन्य जिलों में कोरोना की रफ्तार बढ़ने लगी है. इस दौरान लोगों में सुरक्षा को लेकर लापरवाही अधिक है. कोरोना का डर कम होने के कारण लोग फिरहाल लापरवाह दिख रहे है. सार्वजनिक जगहों पर इक्का-दुक्का लोग ही मास्क का उपयोग कर रहे हैं. वो भी इस स्थिति में जबकि कोरोना एक बार फिर रफ्तार पकड़ने लगा है. सार्वजनिक जगहों पर लापरवाही आने वाले दिनों में भारी पड़ सकती है. अगर ऐसी ही स्थिति रही तो कोरोना को रोकना मुश्किल हो जाएगा.
जिला प्रशासन ने जारी की गाइडलाइन
बिहार में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए जिला प्रशासन ने गाइडलाइन जारी की है. जिसमें कहा गया है कि सभी कार्यालय प्रधान अपने अधीनस्थ वैसे सरकारी कर्मी व पदाधिकारी जो कोविड का टीका अब तक नहीं लिये हो, उन्हें चिह्नित करते हुए एहतियात खुराक दिलवाने के लिए आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें. इसकी सूचना जिलाधिकारी कार्यालय को भी उपलब्ध कराएं कि सभी पदाधिकारी व कर्मचारी को प्रीकॉशन डोज दे दिया गया है.
बेवजह भीड़ कहीं इक्ट्ठा न हो
इसके साथ ही साथ सभी कार्यालय प्रधान को निर्देश दिया जाता है कि मानक संचालन प्रक्रिया का पालन कराते हुए अपने अधीनस्थ कर्मियों व अधिकारियों को अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग करने को कहें. इस आशय की सूचना अपने कार्यालय के सूचना पट्ट पर चस्पा करें कि कार्यालय में बिना मास्क का प्रवेश वर्जित है. बेवजह भीड़ कहीं इक्ट्ठा न हो, इसका भी ध्यान रखा जाये.
सिविल सर्जन को निर्देश जारी किया गया
वही सिविल सर्जन को निर्देश जारी किया गया है कि जिला में विभिन्न आयु वर्ग के वैसे व्यक्ति जो कोरोना-19 का प्रथम डोज, द्वितीय डोज व एहतियात खुराक से वंचित है. उन्हें आवश्यक खुराक दिलवाने के लिये संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश जारी किया जाये. कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर प्रचार-प्रसार किया जाये व आम लोगों से मास्क पहनने की अपील की जाये.