जम्मू-कश्मीर में बादल फटने और भूस्खलन से तबाही :- जम्मू कश्मीर एक बार फिर प्रकृति के प्रकोप की चपेट में आ गया है। भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं ने तबाही मचा दी है, इस वीडियो में जानिए पूरा घटनाक्रम, अब तक की जान माल की क्षति, और सरकार की प्रतिक्रिया, रामबन में बादल फटा, तीन की मौत, दो लापता, शनिवार तडके जम्मू संभाग के रामबन जिले के राजगढ़ गांव में बादल फटने की घटना हुई।
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इस त्रासदी में दो महिलाओं समेत तीन लोगों की मौत हो चुकी है, कम से कम दो लोग अब भी लापता हैं, बादल फटने से अचानक आई बाढ़ ने गांव में कहर बरपा दिया, स्थानीय प्रशासन और बचाव दल मौके पर राहत कार्य में जुटे हैं, रियासी में भूस्खलन, सात लोगों के मारे जाने की आशंका, रामबन की घटना के कुछ ही घंटों बाद, रियासी जिले के माहौर इलाके के बद्दर गांव में भूस्खलन हुआ, यहां एक रिहायशी मकान मलबे में दब गया।
इस घर में रहने वाला नजीर अहमद, उनकी पत्नी और पांच बच्चे लापता हैं, प्रशासन को आशंका है कि सभी की मौत हो चुकी है, बचाव अभियान अब भी जारी है, पिछले दिनों में भी कई बडी आपदाएँ, यह कोई पहली घटना नहीं है, छब्बीस अगस्त को कटरा के पास वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन से पैंतीस श्रद्धालुओं की जान गई थी।
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उसी दिन डोडा जिले में भी बाढ़ में चार लोगों की मौत हुई, चौदह अगस्त को चिसोती गांव में बादल फटने से साठ से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी, इस आपदा के बाद जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने खराब मौसम की चेतावनी के बावजूद तीर्थ यात्राओं की अनुमति देने का आरोप लगाया है, अब एक तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है।
जो दो हफ्तों में रिपोर्ट सौंपेगी, इसमें एसओपी में सुधार और भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम पर सुझाव शामिल होंगे, इन घटनाओं ने एक बार फिर दिखा दिया है कि प्रकृति की ताकत के सामने हम कितने असहाय हो सकते हैं, जरूरत है बेहतर आपदा प्रबंधन, समय रहते चेतावनी प्रणाली और सुरक्षित पर्यटन नीतियों की, आप क्या सोचते हैं, क्या इन त्रासदियों को रोका जा सकता था, कमेंट करके जरूर बताएं, वीडियो अच्छा लगा हो तो लाइक करें, चैनल को सब्सक्राइब करें और बेल आइकन जरूर दबाएं।

