कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने एडीएम फाइनेंस केके मिश्रा को निर्देश दिए कि तत्काल मकान के ऊपर दरक रही पहाड़ी को ठीक कराया जाए ताकि पहाड़ी के नीचे स्थित राजेन्द्र पांडे के मकान और उसमें रह रहे लोगों को किसी प्रकार का खतरा ना हो।
मंत्री ने क्या बताया.
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि देहरादून (Dehradun) मालदेवता पर आई आपदा के समय प्रशासन और शासन ने तत्परता से काम कर आपदा से प्रभावित लोगों की मदद कर कई लोगों की जान बचाने का काम किया है. आपदा से पीड़ित लोगों को सुरक्षित स्थान में शिफ्ट कराया गया है।
उन्होंने बताया कि इस आपदा में 22 घर पूरी तरह से जमींदोज हो गए हैं. वहीं 7 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं, 5 लोग लापता हैं जिसमें से 3 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं।
वहीं दो लोगों की तलाश लगातार जारी है. उन्होंने बताया कि आपदा के समय गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को सरकार द्वारा एयरलिफ्ट कर मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां पर उनका इलाज कराया जा रहा है।
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मुआवजा बढ़ाने को सीएम से कहा-मंत्री.
मंत्री ने कहा कि आपदा रोकने में सभी लोग असमर्थ हैं लेकिन उसके बाद किए जाने वाले बचाव कार्य के लिए सरकार और प्रशासनिक टीम के साथ आपदा प्रबंधन तंत्र पूरी तरह से तैयार था।
माल देवता में आई आपदा की सूचना मिलते ही सभी संबंधित विभाग और सरकार द्वारा त्वरित कार्यवाही कर आपदा पीड़ित लोगों की मदद की गई. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आपदा प्रभावित लोगों की रहने और खाने की व्यवस्था की गई है. मानकों के अनुरूप आपदा प्रभावित लोगों को मुआवजा भी दे दिया गया है।
गणेश जोशी ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है आपदा पीड़ित लोगों को दिया जाने वाला मुआवजा बहुत कम है इसको बढ़ाकर ₹5 लाख किया जाना चाहिए, उनके द्वारा कैबिनेट में भी इस मामले को उठाया गया था।
विस्थापित करने की बन रही योजना-मंत्री.
मंत्री ने बताया कि, मुख्यमंत्री द्वारा मुख्य सचिव को आपदा पीडितों को दी जानी वाली राशि को ₹5 लाख किया जाने के लिये निर्देशित किया गया है।
जल्द ही इसका शासनादेश जारी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मालदेवता क्षेत्र के रहने वाले लोगों को विस्थापित करने की योजना सरकार द्वारा बनाई जा रही है।
जिसके लिये मालदेवता के आसपास के गांव में भूमि चयनित करने का काम शुरू कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में शासन और प्रशासन पूरी तरीके से आपदा प्रभावित लोगों के साथ है।
विपक्ष के नेता नेतागिरी कर रहे-मंत्री.
विपक्ष क्या कह रहा है उनसे उनको कुछ लेना देना नहीं है. सरकार और शासन प्रशासन अपना काम इमानदारी से कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओ में अगर हिम्मत थी तो वे पहले दिन आपदा ग्रसित क्षेत्रों में पहुंचकर प्रभावित लोगों की मदद करते।
2 दिन के बाद विपक्ष के नेता आपदा ग्रसित क्षेत्रों में पहुंचकर नेतागिरी कर रहे हैं. आपदा के समय विपक्ष राजनीति न करे. उन्होंने कहा कि वर्तमान में विपक्ष का हाल बुरा है और अगर यही हाल रहा तो इससे भी बुरा हाल हो जाएगा।
एडीएम फाइनेंस ने क्या कहा.
एडीएम फाइनेंस केके मिश्रा ने बताया कि, उनके द्वारा अधिकारियों के साथ स्प्रिंग रोड में राधा मोहन प्राइवेट एस्टेट का निरीक्षण किया गया।
वहां एक बड़ी पहाड़ी दरकने के कारण बडे बोल्डर टूटकर गिर रहे हैं जिससे उसके नीचे बने मकान को खतरा है. उन्होंने बताया कि प्रशासनिक टेक्निकल टीम और जूलॉजिकल टीम के द्वारा संयुक्त निरीक्षण किया जा रहा है।
जिनकी रिपोर्ट के आधार पर पहाड़ के ट्रीटमेंट का काम किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मालदेवता में आई आपदा को लेकर प्रशासन और सरकार द्वारा आपदा प्रभावितों की तत्काल मदद कर उनको मानकों के अनुरूप मुआवजा दिया जा चुका है।
वहीं रीस्टोरेशन का काम तेजी से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आपदा को रोका नहीं जा सकता लेकिन उससे होने वाले नुकसान को जरूर कम किया जा सकता है जिसके लिए लगातार काम किया जा रहा है।