चार धाम यात्रा में बम्पर रजिस्ट्रेशन : चारधाम यात्रा के लिए इस बार सरकार की तैयारियां और भी व्यापक दिख रही हैं। चारधाम यात्रा 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही शुरू होने जा रही हैं। प्रशासन न केवल पंजीकरण प्रक्रिया को सुचारू बना रहा है, बल्कि यात्रा मार्गों, स्वास्थ्य सुविधाओं, परिवहन और सुरक्षा व्यवस्था को भी दुरुस्त करने में लगा हुआ है। इसके साथ ही सरकार चारधाम मंदिरों के आसपास की अवस्थापना सुविधाओं (इंफ्रास्ट्रक्चर) को बेहतर बनाने पर भी ध्यान दे रही है, जिससे श्रद्धालुओं को ठहरने, खाने-पीने और अन्य जरूरी सेवाओं में किसी प्रकार की असुविधा न हो। खासकर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के समय यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने पर जोर दे रही है।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है। ऑनलाइन पंजीकरण शुरू होने के चार दिन के भीतर ही 6,07,368 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। चारधाम यात्रा में सबसे ज्यादा पंजीकरण केदारनाथ धाम के लिए कराए गए हैं। केदारनाथ धाम के लिए रविवार शाम 5 बजे तक 1,95,709 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है, जबकि बद्रीनाथ धाम के लिए 1,82,377 ऑनलाइन पंजीकरण कराए गए हैं। ऑनलाइन पंजीकरण ज्यादातर वेब पोर्टल पर ही हो रहे हैं।वहीं, यमुनोत्री धाम के लिए 1,09,824 और गंगोत्री धाम के लिए 1,12,933 तीर्थ यात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। वेब पोर्टल के जरिए अब तक 5,93,740 और मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए 1,3628 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। इनके अलावा 6866 निजी वाहन और दो व्यावसायिक वाहनों का भी पंजीकरण हुआ है।
चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के पंजीकरण की प्रक्रिया 20 मार्च से शुरू हो गई है। जिसके तहत 21 मार्च की शाम तक 3 लाख 80 हजार श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करा लिया है। वहीं तैयारियों के सवाल पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह खुद चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। चारधाम यात्रा को और अधिक व्यवस्थित बनाने के लिए चारधाम यात्रा प्राधिकरण का गठन किया जा रहा है। चारधाम यात्रा प्राधिकरण यात्रा का विधिवत संचालन करेगा। इसके साथ ही हम चारधाम मंदिरों के आसपास के स्थलों को विकसित करने पर भी विचार कर रहे हैं। सीएम धामी का कहना हैं कि पंजीकरण प्रक्रिया को बेहतर बनाने और यात्रा को बेहतर तरीके से संचालित करने पर जोर है। ऐसे में यात्रा शुरू होने से पहले चारधाम यात्रा से जुड़े विभागों की विभागवार समीक्षा की जाएगी।