उत्तराखंड : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समूचे आम चुनाव के दौरान ,भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक के रूप में देश भर में दस से अधिक राज्यों में घूम- घूम कर भाजपा सहित एनडीए के उम्मीदवारों के पक्ष में जबरदस्त चुनाव प्रचार किया है, लिहाजा परसों आने वाले आम चुनाव के नतीजे, विशेष रूप से उन लोकसभा सीटों के नतीजे जहां धामी ने चुनावी कार्यक्रम किए हैं।
इस बात के परिचायक होंगे कि सूबे के मुखिया ने देशभर में घूम-घूम कर जन विश्वास की कितनी दौलत कमाई है ?
उल्लेखनीय है कि सीएम धामी पिछले कुछ वर्षों में उत्तराखंड में लिए गए कुछ सख्त निर्णयों के कारण एक सख्त प्रशासक एवं हार्डकोर हिंदुत्व के नए प्रतीक बनकर सामने आए हैं तथा उत्तराखंड में कॉमन सिविल कोड को धरातल पर उतरने की दृढ़ता दिखा कर वे भाजपा के देश भर में कॉमन सिविल कोड लाने की मुहिम के रोल मॉडल भी बनकर उभरे हैं।
कादाचित यही कारण है कि आम चुनाव में एक स्टार प्रचारक के रूप में सीएम धामी की जबरदस्त डिमांड रही ।अपने 22 दिन के धुआंधार चुनाव प्रचार के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने तकरीबन आधा सैकड़ा से अधिक चुनावी कार्यक्रम किए, जिनमें चुनावी जनसभाएं, रोड शो और जन संवाद आदि प्रमुख है।
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यहां इस तथ्य जिक्र भी आवश्यक है कि इस बार के आम चुनाव में, स्टार प्रचारक की हैसियत से पुष्कर सिंह धामी की मांग उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तकरीबन बराबर ही रही है।
बताना होगा कि भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक के रूप में मुख्यमंत्री धामी ने अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत 14 अप्रैल को पीलीभीत लोकसभा सीट से की थी और उसके बाद उनके चुनाव प्रचार का सिलसिला अनवरत जारी रहा।
अपने चुनावी अभियान में उन्होंने यूपी के पीलीभीत, गाजियाबाद, लखनऊ, बरेली, तेलंगाना के निजामाबाद, वारंगल और पश्चिमी बंगाल की हुगली में चुनावी कार्यक्रम तो किए ही, साथ ही उन्हें स्पेशल डिमांड के चलते यूपी, झारखंड, दिल्ली, तेलंगाना, महाराष्ट्र, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा और हिमाचल आदि राज्यों की विभिन्न लोकसभा सीटों पर भी भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करने पहुंचना पड़ा ।
सबसे रोचक तथ्य तो यह है कि सीएम ने पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत की और दूसरे पड़ोसी राज्य हिमाचल की शिमला संसदीय सीट पर ही जनसंपर्क के जरिये अपने चुनाव प्रचार का समापन किया ।
पुष्कर सिंह धामी के समूचे चुनाव प्रचार अभियान की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि उन्होंने शतरंज के वजीर की तरह चौतरफा मार की।
जहां मुख्यमंत्री की हैसियत से उन्होंने उत्तराखंड में भाजपा की हैट्रिक की मजबूत बुनियाद रखी ,वही देश के कोने-कोने में पार्टी के प्रचार के लिए भी सक्रिय रूप से उपलब्ध रहे और इसी प्रचार के दौरान उन्होंने चार धाम यात्रा की सुचारू शुरुआत भी सुनिश्चित की और प्रदेश के जंगलों में धधक रही आग पर भी काबू पाया।