कुंडा से बाहुबली विधायक राजा भैया ऊर्फ रघुराज प्रताप सिंह के पिता राजा उदय प्रताप सिंह और प्रशासन के बीच में विशेष समुदाय के गेट को लेकर रार छिड़ गई है. राजा भैया के पिता और उदय प्रताप सिंह बुधवार को कुंडा तहसील पर धरने पर बैठ गए. इसके बाद प्रशासन में खलबली मच गई है. उनको मनाने के लिए प्रशासन जुटा हुआ है पर वो अपनी जिद से हटने को तैयार नहीं दिख रहे हैं.
आधी रात मनाने पहुंचे डीएम और एसपी
राजा उदय प्रताप सिंह विशेष समुदाय के गेट को हटाने की मांग को लेकर बीते 20 घंटे से ज्यादा समय से धरने पर बैठे हैं. राजा भैया के दोनों बेटे भी धरनास्थल पर मौजूद थे. कुंडा के शेखपुर आशिक में मोहर्रम (Muharram) का गेट लगाए जाने की मांग को लेकर उदय प्रताप विरोध जता रहे हैं. भदरी रियासत के राजा उदय प्रताप सिंह को मनाने के लिए आधी रात को डीएम और एसपी धरना स्थल पहुंचे मगर उन्हें कोई कामयाबी हाथ नहीं लगी. रात करीब 11 बजे राजा उदय प्रताप सिंह की तबियत बिगड़ गई थी. जिसके बाद डॉक्टरों की टीम ने उनका चेकअप किया.
बुधवार रात करीब एक घंटे तक राजा उदय प्रताप से उनकी बातचीत हुई, मगर राजा गेट नहीं हटाने तक धरना देने पर अड़े रहे. इस तरह दोनों को वापस बैरंग लौटना पड़ा. कैबिनेट मंत्री रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया के बेटे युवराज सिंह और बृजराज सिंह अपने बाबा के समर्थन में धरना स्थल कुंडा तहसील पहुंचे. वह भी बाबा के समर्थन में धरने पर बैठे.
मस्जिदनुमा गेट हटाने की मांग
स्थानीय प्रशासन की अनदेखी के कारण बुधवार को राजा उदय प्रताप सिंह तहसील परिसर में एसडीएम कोर्ट एवं सीओ कार्यालय के सामने अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए. उनकी मांग है कि जब तक शेखपुर में मोहर्रम का गेट नहीं हटाया जाएगा तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे. इस मामले पर उदय प्रताप सिंह ने कहा कि उनके ट्वीट करने के जब कोई असर नहीं पड़ा तो वो खुद आज दिन भर के लिए धरने पर बैठ गए हैं. बता दें कि धरने पर बैठने से पहले उन्होंने ट्वीट किया था. उन्होंने प्रशासन से मांग है कि शेखपुर में सड़क के आरपार जो गेट बनाया गया है उसे तत्काल हटवाया जाए. यदि प्रशासन इसे नहीं हटवाया तो वो अपना धरना आगे भी करेंगे.