पेनिस पर फुंसी होना : कई बार पुरुषों के लिंग पर छोटे-छोटे दाने हो जाते हैं, जिसे वे सामान्य दाना समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। आप ये जान लें कि पेनिस पर पिंपल्स या फुंसी की समस्या कई बार किसी गंभीर इंफेक्शन या यौन संचारित बीमारी की तरफ भी इशारा करते हैं।
पेनिस पर फुंसी होना
पेनिस पर फुंसी होना : अक्सर महिलाओं को उनके प्राइवेट पार्ट्स की साफ-सफाई का ख्याल रखने की बात या सलाह दी जाती है। ऐसे इसलिए क्योंकि वेजाइना को साफ ना करने से कई गंभीर संक्रमण (Infection) की समस्या हो सकती है। लेकिन, ये बात या सलाह पुरुषों को बहुत कम ही कही जाती है, जबकि ऐसा होना नहीं चाहिए। जिस तरह से महिलाओं को अपने प्राइवेट पार्ट्स की हाइजीन का ध्यान रखना जरूरी होता है, पुरुषों को भी अपने लिंग (Panis) को साफ रखने की डॉक्टर सलाह देते हैं।
पेनिस के प्रति लापरवाही आपके लिए हानिकारक और अनहेल्दी हो सकता है। इससे लिंग की सेहत प्रभावित हो सकती है। कई बार पुरुषों के लिंग पर छोटे-छोटे दाने हो जाते हैं, जिसे पुरुष सामान्य दाना या फोड़े समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। आप ये जान लें कि पेनिस पर पिंपल्स या रेड फुंसी की समस्या कई बार किसी गंभीर इंफेक्शन या यौन संचारित बीमारी की तरफ भी इशारा करते हैं। इसके साथ ही कई बार लिंग पर कई अन्य कारणों से भी दानें, फोड़े या संक्रमण हो सकते हैं। जानें, लिंग पर छोटे फुंसी या पिंपल्स होने के अन्य कारण क्या हैं.
पेनिस में फोर्डाइस स्पॉट्स
फोर्डाइस स्पॉस्ट सफेद-पीले धब्बे होते हैं, जो आपके होंठों के किनारे या आपके गालों के अंदर हो सकते हैं। साथ ही पुरुषों के लिंग या अंडकोश पर दिखाई दे सकते हैं। यह महिलाओं की लेबिया पर भी हो सकता है। ये स्पॉट्स बढ़ी हुए तेल ग्रंथियां होती हैं, जो पूरी तरह से सामान्य, हानिरहित और दर्द रहित होते हैं।
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एक रिपोर्ट के अनुसार, फोर्डाइस स्पॉस्ट 70 से 80 प्रतिशत वयस्कों में होते हैं। यह लिंग या आंतरिक सतह पर भी स्थित होते हैं। ये लाल या सफेद रंग के होते हैं। यह खुद ब खुद ठीक हो जाता है। बेशक, ऐसी समस्याएं दर्दरहित होती हैं, लेकिन यदि आप अपने जननांगों पर धब्बे पाते हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करें। वे स्पॉट की बजाय STD के लक्षण भी हो सकते हैं।
पर्ली पेनाइल पेप्युल्स
पियर्ली पेनाइल पेप्युल्स पुरुषों के लिंग के मुंह पर होता है। यह एक अदृश्य दाने जैसा होता है, जो लगभग प्रत्येक पुरुषों के पेनिस (Penis problem) पर इस जगह पर मौजूद होता है। जब यह दाने बड़े हो जाते हैं, तो दर्द होने लगता है। इन बड़े दानों को ही पर्ली पेनाइल पेप्युल्स कहते हैं। हालांकि, इसमें ना तो पस होता है, ना खुजली, ना रक्तस्राव और ना ही ये बहुत ज्यादा हानिकारक होता है। रंग भी मांसपेशियों की ही तरह होता है। ये दाने एक या एक से अधिक पंक्ति में होते हैं। ये होता क्यों है, इसके कारण मालूम (penis ke rog aur ilaj in hindi) नहीं, लेकिन यह कोई यौन संबंध बनाने से होना वाला रोग नहीं है।
मॉल्युस्कम कॉन्टेजियोसम
मॉलुस्कम कन्टेजियोसम देखने में पेनिस की त्वचा के रंग समान होते हैं। हालांकि, इसमें भी दर्द या खुजली नहीं होती है और धीरे-धीरे खुद ही ठीक हो जाते हैं।
जेनाइटल वॉर्ट्स
जेनाइटल वॉर्ट्स को खतरनाक माना गया है, क्योंकि ये कई बार यौन संचारित फुंसी होते हैं। इनमें दर्द नहीं होता, ये त्वचा के रंग के समान ही होते हैं, लेकिन धीरे-धीरे ये बढ़ने लगते हैं। फिर ये समूह में घाव के रूप में बदल जाते हैं। ऐसी समस्या आपको दिखे, तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
लिंग में खुजली होना
खुजली की समस्या सिर्फ शरीर की त्वचा पर ही नहीं, बल्कि प्राइवेट पार्ट्स पर भी हो सकती है। यह एक कॉमन प्रॉबल्म है, जो पुरुषों और महिलाओं दोनों को हो सकता है। पुरुषों के जन्नांग में खुजली होने से घाव हो सकते हैं। इसमें पिंपल्स जैसे दाने होते हैं, जिसमें आपको खुजली महसूस होती है। डॉक्टर की सलाह जरूर लें, क्योंकि इसे नजरअंदाज करने से इंफेक्शन बढ़ कर आसपास की त्वचा को भी प्रभावित कर सकता है।